क्रिकेट: डिविलियर्स ने कोहली की तुलना फेडरर से की और स्मिथ को नडाल की तरह बताया

क्रिकेट: डिविलियर्स ने कोहली की तुलना फेडरर से की और स्मिथ को नडाल की तरह बताया

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-12 07:11 GMT
क्रिकेट: डिविलियर्स ने कोहली की तुलना फेडरर से की और स्मिथ को नडाल की तरह बताया

डिजिटल डेस्क। साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की तुलना टेनिस स्टार स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर से की है। वहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को स्पेन के स्टार टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल के जैसा बताया। इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान डिविलियर्स से कोहली और स्मिथ की तुलना करने को कहा गया, तब उन्होंने यह बात कही है। डिविलियर्स पिछले 9 सालों से विराट कोहली के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के ड्रेसिंग रूम को शेयर करते आए हैं। डिविलियर्स ने क्रिकेट की दुनिया में विराट को टॉप पर पहुंचते हुए बेहद करीब से देखा है। बता दें कि, कोहली RCB के कप्तान भी हैं। 

2018 में क्रिकेट को अलविदा कह चुके डिविलिर्स ने कहा, कोहली नेचुरल बॉल स्ट्राइकर हैं, वे फेडरर की तरह हैं। टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 खिलाड़ी स्मिथ की बात करें तो वे बिल्कुल नडाल के जैसे हैं। स्मिथ मानसिक तौर पर काफी मजबूत हैं। वे रन बनाने का तरीका निकाल ही लेते हैं। उनका खेल नेचुरल नहीं लगता, लेकिन वे रिकॉर्ड तोड़ने की क्षमता रखते हैं। वहीं, टेस्ट रैंकिंग में नंबर-2 खिलाड़ी कोहली ने दुनियाभर में रन बनाए हैं और वह मेरी पहली पसंद हैं। 

कोहली और मेरे रोल मॉडल हैं सचिन
हाल के वर्षों में कोहली की क्षमता और रूप ऐसा रहा है कि, वह सचिन तेंदुलकर के बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड तोड़ने के लिए पहले से ही तैयार हैं। डिविलियर्स ने तुलना करते हुए कोहली को सचिन तेंदुलकर से बेहतर बताया। एबी डिविलियर्स ने कहा, सचिन तेंदुलकर कोहली और मेरे रोल मॉडल हैं। जो उपलब्धियां उन्होंने हासिल की हैं, वे हमारे और हर एक युवा के लिए उदाहरण हैं। कोहली ने खुद भी सचिन को महान और क्रिकेट में नए मानक निर्धारित करने वाला बताया है। हालांकि, मेरा खुद का व्यक्तिगत मानना है कि कोहली रन-चेस के लिए सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। तेंदुलकर सभी परिस्थितियों में अद्भुत थे, लेकिन दबाव में रन-चेस करने के मामले में विराट सबसे ऊपर हैं। जब विराट बल्लेबाजी करते हैं, तो कोई भी लक्ष्य सुरक्षित नहीं रह सकता।

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