क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सट्टेबाजी को वैध कर देना चाहिए: ACU चीफ

क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सट्टेबाजी को वैध कर देना चाहिए: ACU चीफ

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-17 09:40 GMT
क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सट्टेबाजी को वैध कर देना चाहिए: ACU चीफ
हाईलाइट
  • एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख शेखावत ने मैच फिक्सिंग कानून बनाने की भी सलाह दी है
  • शेखावत अप्रैल 2018 में BCCI की एंटी करप्शन यूनिट से जुड़ने से पहले राजस्थान पुलिस के महानिदेशक थे
  • शेखावत ने क्रिकेट में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सट्टेबाजी को वैध करने पर विचार करने की बात कही है

डिजिटल डेस्क। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख अजीत सिंह शेखावत ने मंगलवार को क्रिकेट में सट्टेबाजी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। शेखावत ने भारतीय क्रिकेट में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सट्टेबाजी को वैध करने पर विचार करने की बात कही है। उन्होंने इसके लिए एक मैच फिक्सिंग कानून बनाने की भी सलाह दी है। शेखावत अप्रैल 2018 में BCCI की एंटी करप्शन यूनिट से जुड़ने से पहले राजस्थान पुलिस के महानिदेशक रह चुके हैं।

पिछले एक साल में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों सहित 12 क्रिकेटरों के भ्रष्ट संपर्क की शिकायत करने, संदिग्ध गतिविधि के कारण तमिलनाडु प्रीमियर लीग के संदेह के दायरे में आने और एक महिला क्रिकेटर से सट्टेबाज के संपर्क करने की शिकायत करने के बाद शेखावत ने ये सुझाव दिए। 

इस साल मुंबई, कर्नाटक और तमिलनाडु की लीगों से सामने आए मामलों को देखते हुए क्या देश में मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग को रोकना असंभव हो गया है? इस सवाल के जवाब में शेखावत ने कहा,  ऐसा नहीं है कि इसे रोका नहीं जा सकता। हमें इसके खिलाफ मैच फिक्सिंग कानून बनाने की जरूरत है। अगर इसके खिलाफ स्पष्ट कानून होगा तो पुलिस की भूमिका भी स्पष्ट होगी। 

पिछले साल भारतीय लॉ कमीशन ने मैच फिक्सिंग को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की तरह आपराधिक गतिविधि बनाने की जरूरत पर जोर दिया था। शेखावत ने कहा कि,  खेल में भ्रष्टाचार से निपटने का एक अन्य तरीका सट्टेबाजी को वैध बनाना भी है। उन्होंने कहा, ‘सट्टेबाजी को वैध बनाने पर विचार हो सकता है, जिससे कि जो भी अवैध गतिविधियां हो रही हैं उन सभी को नियंत्रित किया जा सके। वैध सट्टेबाजी कुछ मापदंडों के अंतर्गत होती है और इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इससे सरकार को उतना ही भारी भरकम राजस्व भी मिलेगा जो आबकारी विभाग हासिल करता है। खेलों पर सट्टेबाजी पर जो राशि लगती है वह काफी बड़ी है। 

शेखावत ने कहा कि, इस तरह के कदम से इससे जुड़े लोगों और साथ ही पैसे पर भी नजर रखी जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ राजस्व ही नहीं, बल्कि अन्य मुद्दे भी सरकार के दिमाग में हो सकते हैं। मैं यह नहीं कह रहा कि इसे वैध किया जाना चाहिए। लेकिन इस पर विचार किया जाना चाहिए। वैध किए जाने पर इसके नियम भी बनाए जा सकते हैं, अभी यह पूरी तरह से अवैध है।

शेखावत ने कहा, एक बार वैध किए जाने के बाद आपको यह आंकड़े भी मिल जाएंगे कि कौन सट्टेबाजी कर रहा है और कितनी सट्टेबाजी कर रहा है और ऐसा करते हुए अवैध सट्टेबाजी को मुश्किल कर दो। फिलहाल तो आप कुछ सौ या कुछ हजार रुपये का जुर्माना देकर बच सकते हो।

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