अवैध कॉलोनियां विकसित करने के आरोप में 58 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे अधिकारी
गुरुग्राम अवैध कॉलोनियां विकसित करने के आरोप में 58 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे अधिकारी
डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। गुरुग्राम के कई हिस्सों में अवैध कॉलोनियां विकसित करने में लिप्त अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जिला टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (डीटीसीपी) विभाग ने ऐसे 58 अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी की सिफारिश की है। अधिकारियों ने कहा कि विभाग ने उन्हें अवैध कॉलोनियां विकसित करने के संबंध में नोटिस दिए हैं और कुछ क्षेत्रों में तोड़फोड़ अभियान भी चलाया है।
डीटीपी आर.एस. बाथ ने आईएएनएस को बताया, हम समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाते रहते हैं, ताकि निर्दोष लोग अपनी गाढ़ी कमाई को ऐसी अवैध कॉलोनियों में निवेश न कर सकें। हमने गुरुग्राम के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी की सिफारिश की है।
विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, ये अपराधी खेड़की माजरा, फरुखनगर, सुल्तानपुर, गडोली कलां, बसखुसला और भौराकलां, पटौदी में अवैध कॉलोनियां विकसित करने में शामिल थे। अधिकारियों का मानना है कि वे 2 एकड़ से 10 एकड़ जमीन के बीच कॉलोनियां विकसित करते थे।
हाल ही में डीटीसीपी द्वारा गांव भौराकलां, पटौदी में विध्वंस अभियान के दौरान, लगभग 10 एकड़ में 4 अनधिकृत कॉलोनियों को बूल्डोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया गया था। सभी चार कॉलोनियां प्रारंभिक चरण में थीं और डीपीसी, चारदीवारी के माध्यम से भूखंडों का सीमांकन किया जा रहा था। कुल 10 निमार्णाधीन संरचनाएं, डीलर कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया और लगभग 50 डीपीसी, सीवर लाइन और सड़क नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया गया।
दूसरा विध्वंस अभियान आईएमटी मानेसर के पास बसखुसला में चलाया गया, जहां 10 एकड़ की कॉलोनी बनाई जा रही थी। अधिकारियों ने कहा कि उसी स्थान पर उन्होंने 20 दुकानें और कमरे, 50 डीपीसी और एक चारदीवारी और सड़क नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया था।
आईएएनएस