चीन के भारी विरोध के बीच ताइवान दौरे पर पहुंची अमेरिका की हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी, ड्रेगन ने बताया खतरनाक

युद्ध के मुहाने पर चीन-अमेरिका! चीन के भारी विरोध के बीच ताइवान दौरे पर पहुंची अमेरिका की हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी, ड्रेगन ने बताया खतरनाक

Anchal Shridhar
Update: 2022-08-02 18:40 GMT
चीन के भारी विरोध के बीच ताइवान दौरे पर पहुंची अमेरिका की हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी, ड्रेगन ने बताया खतरनाक
हाईलाइट
  • चीन ने अपने लड़ाकू विमान ताईवान सीमा के समीप तैनात कर रखे हैं

डिजिटल डेस्क, ताईवान। अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी के ताइवान पहुंचने पर तनाव काफी बढ़ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने नैन्सी की यात्रा को लेकर अमेरिका को धमकाते हुए कहा कि उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने की बात कही है। ऐसी खबर है कि चीन ने ताईवान सीमा के समीप मिलिट्री गतिविधियां बढ़ा दी हैं। अमेरिका और चीन ने  अपने-अपने युद्धपोत तैनात कर दिए हैं। वहीं ताईवान भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।  बता दें कि जब से ये खबरे सामने आई थी कि पेलोसी ताइवान का दौरा करने वाली है, तब से ही चीन लगातार ताईवान से लेकर अमेरिका को धमकियां दे रहा है। 

चीन ने पेलोसी की यात्रा को बताया खतरनाक

चीन ने अमेरिका की सांसद नैंसी पेलोसी की ताइवान की ऐतिहासिक यात्रा को बेहद खतरनाक करार दिया है। बीबीसी की खबर के मुताबिक, चीन ने 25 वर्षों में सबसे वरिष्ठ अमेरिकी राजनेता पेलोसी पर द्वीप राष्ट्र का दौरा करने का आरोप लगाया, जिसे चीन ने इसे आग से खेलने के समान करार दिया। बीजिंग ने एक बयान में चेतावनी दी, जो लोग आग से खेलते हैं वे इससे नष्ट हो जाएंगे।

गौरतलब है कि चीन हमेशा ये दावा करता आया है कि ताईवान उसका हिस्सा है और यही वजह है कि चीन इस दौरे को उकसावे वाली घटना बता रहा है। उसका कहना है कि अमेरिका उसकी अखंडता और संप्रभुता को खुली चुनौती दे रहा है। वहीं अमेरिका नैन्सी के इस दौरे को अपना निजी फैसला बता रहा है। अमेरिका का कहना है कि चीन इस मामले को बेवहज तूल दे रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने बयान में कहा कि अगर पेलोसी के ताईवान दौरे को लेकर चीन अनावश्यक तनाव बढ़ाता है तो इसकी जिम्मेदारी भी उसी की है। हम ऐसा उम्मीद करते है कि चीन बेवजह का तनाव नहीं बढ़ाएगा। 

ताइवान का लोकतंत्र खतरे में है - पेलोसी

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पेलोसी ने कहा कि ताइवान का मजबूत लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की आक्रामकता को देखते हुए, हमारे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की यात्रा को एक स्पष्ट बयान के रूप में देखा जाना चाहिए कि अमेरिका ताइवान, हमारे लोकतांत्रिक साथी के साथ खड़ा है।

चाईनीज आर्मी कर रही ड्रिल 

ताईवान सीमा के नजदीक चाईनीज आर्मी पीएलए लगातार मिलिट्री ड्रिल कर रही है। बढ़ते तनाव के बीच सीमा के नजदीक कॉमर्शियल उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। चीन ने अपने लड़ाकू विमान ताईवान सीमा के समीप तैनात कर रखे हैं। इसके अलावा समाचार ऐजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, कई युद्ध पोत भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात किए गए हैं।  पिछले 25 साल में ऐसा पहली बार हो रहा कि अमेरिकी संसद की कोई स्पीकर, ताईवान के दौरे पर आई हैं। 

छिड़ सकता है तीसरा युद्ध?

मीडिया के मुताबिक,चीन अपना एयरक्राफ्ट कैरियर ताइवान के सीमा के नजदीक तैनात कर रखा है। वहीं अमेरिका की बात करें तो उसने भी ताईपे द्वीप के पास अपना युद्धपोत तैनात कर दिए हैं। 1970 के बाद से ये पहला मौका है जब दुनिया की दो महाशक्तियां एक दुसरे के खिलाफ युद्ध के मोड़ पर खड़ी हैं। 

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