नागपुर से जुड़ा अंतरराष्ट्रीय गिरोह, प्राइवेट पार्ट में छिपाकर कर रहा है सोने की स्मगलिंग

नागपुर से जुड़ा अंतरराष्ट्रीय गिरोह, प्राइवेट पार्ट में छिपाकर कर रहा है सोने की स्मगलिंग

Anita Peddulwar
Update: 2018-12-08 07:30 GMT
नागपुर से जुड़ा अंतरराष्ट्रीय गिरोह, प्राइवेट पार्ट में छिपाकर कर रहा है सोने की स्मगलिंग
हाईलाइट
  • नागपुर में प्राइवेट पार्ट में छिपाकर सोने की स्मगलिंग
  • नागपुर से जुड़े अंतरराष्ट्रीय स्मगलिंग गिरोह के तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सुपारी स्मगलिंग के अंतरराष्ट्रीय तार जुड़ने के बाद नागपुर में एक और अंतरराष्ट्रीय गिरोह का बड़ा खुलासा हुआ है। दुबई का एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह नागपुर में सोने की स्मगलिंग कर रहा है। गिरोह के सदस्य शरीर के प्राइवेट पार्ट्स में सोना छिपाकर ला रहे हैं। देश के दूसरे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यहां कम भीड़ और कम सुरक्षा होने का फायदा उठाने के लिए नागपुर को चुना गया है। इस मामले में कुछ समय पहले ही देश की टॉप इंटेलिजेंस विंग को खुफिया अलर्ट जारी किया गया था। इसके बाद डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई)  सक्रिय हुई और कुछ समय पहले गिरोह के दो विदेशी सदस्यों को अपनी गिरफ्त में भी लिया है। इनके प्राइवेट पार्ट्स से एक किलो सोना भी निकाला गया। पूरी कार्रवाई को विभाग ने गोपनीय रखा। जिनकी भनक स्थानीय पुलिस को भी नहीं लगने दी। कार्रवाई करने वाले अफसरों ने दैनिक भास्कर से इसकी पुष्टि की है।

अलर्ट हुआ डीआरई  
खुफिया विभाग को जब इस गिरोह के सदस्यों की जानकारी मिली, तो डीआरआई को अलर्ट जारी हुआ। इसपर नागपुर एयरपोर्ट पर विदेशी मेहमानों और इंटरनेशनल फ्लाइट से आने-जाने वालों की जांच कई स्तर पर तेज कर दी गई। उनके लगैज को भी कई बार चेक किया गया, लेकिन कोई भी पकड़ में नहीं अाया। यहां तक कि सभी स्कैनिंग मशीन में भी सोना होने की बात पकड़ में नहीं आई।

पुलिस तक को खबर नहीं  
भास्कर को इस मामले की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद, सोनेगांव थाने के पुलिस इंस्पेक्टर मनोहर कोटनाके से बात की, तो उन्होंने कहा कि हमें ऐसी किसी भी कार्रवाई की जानकारी नहीं दी गई है।

मशीन भी नहीं पकड़ पा रही
जब जांच में सोना नहीं मिला तो खुफिया विभाग ने पुन: जानकारी क्रास की तो पता चला कि साेना प्राइवेट पार्ट्स में छिपाकर लाया जा रहा है, लेकिन विभाग की स्कैनिंग मशीन पकड़ क्यों नहीं पा रही है? यह प्रश्न भी विभाग के अफसरों के लिए चौंकाने वाला था। इस पर विभाग ने दूसरे कई तरीकों से भी चेक करना शुरू किया। स्कैनिंग मशीन में दो विदेशी लोगों के पिछले पार्ट में कुछ एबनाॅर्मल लगा। जब उनकी फिजिकल जांच की गई, तो मामले की पोल खुल गई।  

कार्बन पेपर का सहारा
दुबई से आ रहे दो सदस्यों ने सोने को 21 कार्बन की परतों में छिपाकर शरीर के प्राइवेट पार्ट्स में लाया था, इसलिए वे मशीनों की पकड़ में नहीं आए। गिरोह के केवल दो सदस्यों से एक किलो सोना मिला है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस स्तर पर सोने की स्मगलिंग हो रही है। उक्त सदस्यों को गिरफ्तार कर खुफिया विभाग पूरे गिरोह तक जल्द ही पहुंचने वाला है। 

अंतरराष्ट्रीय मैचों पर भी नजर
विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि फिलहाल इस कार्रवाई के बाद डीआरआई की नजर अब नागपुर स्थित कंटेनर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (आईसीडी), एयरपोर्ट और नागपुर में होने वाले अंतरराष्ट्रीय मैचों पर टिक गई है। सूत्रों का कहना है कि मैचों के लिए बड़े पैमाने पर विदेशी नागरिक नागपुर पहुंचते हैं। तस्करी का सोना नागपुर पहुंचाने का यह बड़ा जरिया बन गया है। ऐसे में मैच में आने वाले विदेशी नागरिकों पर विशेष नजर है। आईसीडी में भी देशभर से कंटेनर पहुंचते हैं। इनकी भी समय-समय पर जांच की जाती है। 
 

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