रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए स्पेशल फंड लाएगी बांग्लादेश सरकार

रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए स्पेशल फंड लाएगी बांग्लादेश सरकार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-06 03:18 GMT
रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए स्पेशल फंड लाएगी बांग्लादेश सरकार
हाईलाइट
  • इसका उद्देश्य रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए शेल्टर होम बनाने में किया जाएगा।
  • बांग्लादेश के वित्त मंत्री अबुल माल अब्दुल मुहित ने कहा है कि उनकी सरकार अगले वित्त वर्ष 2018-19 में रोहिंग्या शरणार्थियों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए स्पेशल फंड मुहैया कराएगी।
  • 400 करोड़ टका (बांग्लादेश करेंसी) इस स्पेशल फंड के तहत आवंटित किए जाएंगे।
  • रोहिंग्या शरणार्थियों के हेल्थकेयर
  • सेनिटेशन और फूड सप्लाई के ल

डिजिटल डेस्क, ढाका। बांग्लादेश के वित्त मंत्री अबुल माल अब्दुल मुहित ने कहा है कि उनकी सरकार अगले वित्त वर्ष 2018-19 में रोहिंग्या शरणार्थियों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए स्पेशल फंड मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा है कि 400 करोड़ टका (बांग्लादेश करेंसी) इस स्पेशल फंड के तहत आवंटित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए शेल्टर होम बनाने में किया जाएगा। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट में वित्त मंत्री के हवाले से यह भी लिखा गया है कि रोहिंग्या शरणार्थियों के हेल्थकेयर, सेनिटेशन और फूड सप्लाई के लिए भी अलग से फंड आवंटित किया जाएगा। बता दें कि वित्त वर्ष 2018-19 के लिए बांग्लादेश की संसद में गुरुवार को बजट पेश किया जाएगा।

गौरतलब है कि बांग्लादेश में इस समय सबसे ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी हैं।  रोहिंग्या शरणार्थियों के पुनर्वास प्रोजेक्ट के लिए यहां की एग्जिक्युटिव कमिटी ऑफ नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल 2312 करोड़ टका के बजट को पहले ही मंजूरी दे चुकी है। यह राशि करीब 10 लाख रोहिंग्या शरणार्थियों को अस्थायी रूप से आवास और आधारभूत सुविधाओं के लिए मंजूर की गई है।

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बता दें कि म्यांमार में रोहिंग्या अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय है। पिछले साल पश्चिमी म्यांमार में भड़की हिंसा के बाद इस समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में पड़ोसी देशों में शरण ली है। रोहिंग्या आतंकी संगठन आराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी (ARSA) द्वारा म्यानमार में सैन्य कैंप पर हमले के बाद यह पूरा घटनाक्रम शुरू हुआ था। म्यांमार की सेना ने इस हमले के जवाब में रोहिग्याओं का कत्ले आम शुरू किया था। सैन्य कार्रवाई से बचने के लिए रोहिंग्याओं ने बड़ी संख्या में यहां से पलायना किया। आंकड़ों के मुताबिक करीब सात लाख रोहिंग्या शरणार्थी इस समय बांग्लादेश में हैं। भारत में भी बड़ी मात्रा में रोहिंग्या शरणार्थी मौजूद हैं। 

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