स्विस बैंकों में 50% बढ़ा भारतीयों का काला धन, पाक का हुआ कम
स्विस बैंकों में 50% बढ़ा भारतीयों का काला धन, पाक का हुआ कम
डिजिटल डेस्क, ज्यूरिख। कालेधन पर लगाम लगाने के मोदी सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी स्विस बैंकों में भारतीयों के धन में 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। कालाधन बढ़कर अब लगभग 7000 करोड़ रुपए हो गया है। मोदी सरकार के लिए ये एक झटके की तरह है और हैरान करने वाला है। वहीं स्विट्जरलैंड के बैंक खातों में विदेशी ग्राहकों का कुल धन 1460 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 100 लाख करोड़ रुपये) से ज्यादा है। स्विस नैशनल बैंक (SNB) की ओर से जारी रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है।
3200 करोड़ का कस्टमर डिपोजिट
मोदी सरकार काले धन पर लगाम लगाने के वादे के साथ 2014 में सत्ता में आई थी। इतना ही नहीं काले धन कुबेरों को पकड़ने के लिए नोटबंदी जैसा बढ़ा कदम भी मोदी सरकार ने उठाया था, लेकिन स्विस नेशनल बैंक ने जो रिपोर्ट जारी की है वो बेहद चौंकाने वाली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीयों द्वारा स्विस बैंकों में प्रत्यक्ष रूप से रखे जाने वाला धन 2017 में बढ़कर 6,891 करोड़ रुपये हो गया। भारतीयों के इस धन में 3,200 करोड़ रुपये का कस्टमर डिपोजिट, 1,050 करोड़ रुपये दूसरे बैंकों के जरिए और 2,640 करोड़ रुपये अन्य लायबिलिटीज के रूप में शामिल है।
2016 में आई थी सबसे बड़ी गिरावट
2016 में भारतीयों के स्विस बैंकों में रखे धन में 45 फीसदी की कमी आई थी। 676 मिलियन स्विस फ्रैंक (4,500 करोड़ रुपये) की ये सबसे बड़ी गिरावट थी। 1987 में यूरोपियन बैंक ने डेटा सार्वजनिक करने की शुरुआत की थी। जिसके बाद से 2016 की गिरावट सबसे बड़ी गिरावट थी। वहीं स्विस बैंकों में पाकिस्तान का काला धन 2017 में 21 फ़ीसदी तक कम हुआ है। यह रकम 1,115 अरब सीएचएफ होती है, जबकि पाकिस्तानी रुपए में 135 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा। यह लगातार दूसरा साल है जब स्विस बैंकों में पाकिस्तानी का काला धन कम हुआ है।