बलूच नेता बोले- हमारे लोगों को मारकर सड़कों पर फेंक रही है पाकिस्तानी सेना

बलूच नेता बोले- हमारे लोगों को मारकर सड़कों पर फेंक रही है पाकिस्तानी सेना

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-04 17:04 GMT
बलूच नेता बोले- हमारे लोगों को मारकर सड़कों पर फेंक रही है पाकिस्तानी सेना
हाईलाइट
  • पाकिस्तानी सेना और आईएसआई सेना पर लगाया अपहरण का आरोप।
  • बुगती ने बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की।
  • बुगती ने लगाया चीन पर बलूचिस्तान को लूटने का आरोप।

डिजिटल डेस्क, जेनेवा। बलूच रिपब्लिकन पार्टी के प्रवक्ता शेर मोहम्मद बुगती ने बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बलूच लोगों के गायब होने और हत्याओं के लिए सेना ही जिम्मेदार है और वह ही इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बता दें एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बलूचिस्तान से 14,000 से अधिक लोग गायब हैं। बुगती का कहना है कि इन लोगों को कथित रूप से पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अपहृत किया गया है।

बुगती ने ISI पर लगाया ये आरोप
बुगती ने कहा, इससे पहले, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई (ISI) लोगों का सिर्फ अपहरण करते थे और उन्हें टॉर्चर सेल्स में डाल देते थे। आजकल, वह लोगों के अपहरण करने के साथ-साथ उन्हें मारकर सड़कों पर फेंक देते हैं।" उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान की स्थिति बदतर होती जा रही है, क्योंकि बलूचिस्तान में सेना के ऑपरेशन को तेज कर दिया गया है। बलूचिस्तान में कोई भी ऐसा दिन नहीं बीतता, जिस दिन प्रांत से अपहरण और हत्या की घटनाओं की खबरें नहीं आती हैं। यह सभी हत्याएं पाकिस्तानी सेनाएं कर रही हैं।

बुगती ने कहा, "बलूचिस्तान कई संसाधनों से परिपूर्ण है, लेकिन यहां के लोग एक दुखी जीवन जी रहे हैं। 1952 में सूई एरिया में गैस भंडारों की खोज की गई थी, लेकिन स्थानीय लोग अभी भी ईंधन के रूप में लकड़ी का उपयोग कर रहे हैं। लोगों के पास शिक्षा और स्वास्थ्य की कोई सुविधा नहीं है। अखबारों में प्रकाशित किया जाता है कि बलूचिस्तान में लोग एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं, लेकिन हकीकत में वे अभी भी स्टोन एज में जी रहे हैं। यहां तक की लोगों को पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं है।" इस दौरान बुगती ने चीन पर बलूचिस्तान को लूटने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना चीन की मदद से लोगों को गुमराह कर रही है और संसाधनों का दुरुपयोग भी कर रही है।

बता दें कि बलूचिस्तान चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) नामक चीन की बहु अरब डॉलर परियोजना का केंद्र भी है। चीन ने यूरोपीयन मार्केट में अपने सामान की सप्लाई के लिए बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह बनाया है। 

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