चीन ने की मध्य-पूर्व की शांति व स्थिरता को बरकरार रखने की अपील
चीन ने की मध्य-पूर्व की शांति व स्थिरता को बरकरार रखने की अपील
- चीन ने की मध्य-पूर्व की शांति व स्थिरता को बरकरार रखने की अपील
तेल अवीव/बीजिंग, 10 जनवरी (आईएएनएस)। इजराइल के तेल अवीव में चीनी विदेश मंत्रालय के दूत छी छ्येनचिन ने कहा कि चीन-इजराइल संबंध, अमेरिका-ईरान संबंध मध्य-पूर्व के अहम विषय हैं। उन्होंने कहा कि चीन आशा करता है कि मध्य-पूर्व क्षेत्र में शांति व स्थिरता बरकरार रखी जाएगी और चीन-इजराइल संबंध स्थिर रूप से आगे विकसित होंगे।
छी ने कहा कि हाल में उन्होंने कुछ इजराइली अधिकारियों और विद्वानों से मुलाकात की। चीन-इजराइल संबंध पर दोनों का मानना है कि आर्थिक, व्यापारिक, वैज्ञानिक, तकनीक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान क्षेत्रों में चीन-इजराइल संबंध का विकास एक बहुत ऊंचे स्तर तक जा पहुंचा है। खासतौर पर द्विपक्षीय संबंधों के विकास को आगे बढ़ाने में विज्ञान व तकनीक क्षेत्र के सहयोग ने नेतृत्व की भूमिका अदा की है।
मौजूदा अमेरिका-ईरान संघर्ष से मध्य-पूर्व की परिस्थिति तनावपूर्ण हो गई है, इसकी चर्चा में छी ने कहा कि चीन सरकार इस पर खासा ध्यान दे रही है। चीन आशा करता है कि अमेरिका और ईरान संयम बरतते हुए तनाव को रोक सकेंगे। इजराइल भी आशा करता है कि मध्य-पूर्व की स्थिरता व सुरक्षा को बरकरार रखी जा सकेगी।
मध्य-पूर्व की परिस्थिति की चर्चा में छी ने यह भी कहा कि मिस्र, सीरिया और इराक पहले मध्य-पूर्व के नेतृत्व देश थे, लेकिन अब सऊदी अरब, कतर, तुर्की, ईरान और इजराइल आदि देश मध्य पूर्व के अहम देश बन चुके हैं। इस परिवर्तन ने मध्य-पूर्व क्षेत्र के राजनीतिक ढांचे को बदल दिया है। दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद मध्य-पूर्व की नीति में भी परिवर्तन आ गया है, जिससे मध्य-पूर्व क्षेत्र में अशांति फैल गई है। इसलिए भविष्य में मध्य-पूर्व की परिस्थिति और ज्यादा जटिल होगी।
छी छ्येनचिन ने सीरिया के पुन:निर्माण में मौजूद चुनौतियों और फिलिस्तीन-इजराइल समस्या पर चीन का रुख जाहिर किया। चीन का यह मानना है कि दोनों देशों को दोनों राष्ट्र के प्रस्ताव पर कायम रहते हुए वार्ता के जरिए मतभेदों का समाधान करना चाहिए।
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)