COVID-19: चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग चाहते थे दुनिया को देरी से मिले 'कोरोना' की खबर, WHO ने किया खंडन

COVID-19: चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग चाहते थे दुनिया को देरी से मिले 'कोरोना' की खबर, WHO ने किया खंडन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-10 12:40 GMT
COVID-19: चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग चाहते थे दुनिया को देरी से मिले 'कोरोना' की खबर, WHO ने किया खंडन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने एक मीडिया रिपोर्ट का खंडन किया है जिसमें दावा किया गया था कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम से 21 जनवरी को फोन कॉल पर बातचीत के दौरान कोरोनावायरस महामारी की चेतावनी वैश्विक स्तर पर देरी से जारी करने का आग्रह किया था।

जर्मनी की साप्ताहिक मैगजीन बीएनडी ने अपनी एक रिपोर्ट में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा डब्लूएचओ चीफ टेड्रोस एडनॉम को फोन पर कोरोनावायरस की जानकारी देरी से सार्वजनिक करने की बात कही थी। मैगजीन में इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद खुद डब्लूएचओ चीफ टेड्रोस एडनॉम इस बात का खंडन करते हुए कहा है कि इसमें किसी भी तरह की कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी गलत रिपोर्ट सिर्फ ध्यान भटकाने का काम करती हैं। 

WHO ने कहा कि चीन ने इंसान से इंसान में तेजी से फैलने वाले कोरोना संक्रमण की पुष्टि 20 जनवरी को कर दी थी। जबकि बीएनडी की रिपोर्ट में ये दावा किया जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने 21 जनवरी को WHO को फोन पर इस बात की जानकारी दुनिया के अन्य देशों को देरी से देने के लिए कहा था। WHO का कहना है कि कोरोना संक्रमण की जानकारी को 22 जनवरी को पूरी दुनिया में सार्वजनिक किया गया था। इस तरह से इस रिपोर्ट में किया गया दावा पूरी तरह से गलता है। वहीं, अगर जुर्मनी की खुफिया एजेंसी का दावा सही निकला तो यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की राय को बल देगा जिनका मानना है कि WHO चीन सेंट्रिक रहा है।
 

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