आज रात पृथ्वी से टकराने वाला है, TIANGONG-1, ऐसे देख सकते हैं फेयरवेल

आज रात पृथ्वी से टकराने वाला है, TIANGONG-1, ऐसे देख सकते हैं फेयरवेल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-01 17:23 GMT
आज रात पृथ्वी से टकराने वाला है, TIANGONG-1, ऐसे देख सकते हैं फेयरवेल

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चाइना का प्रोटोटाइप स्पेस लैब TIANGONG-1 रविवार रात धरती से टकरा सकता है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी के मुताबिक भारतीय समयानुसार रात करीब 1 से 2:30 बजे के बीच ये पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करेगा। हालांकि ये किसी जगह गिरेगा इसका सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है क्योंकि ये अंकट्रोल्ड है। वैसे तो पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते ही TIANGONG-1 का काफी सारा हिस्सा जलकर राख हो जाएगा, लेकिन जो हिस्सा बचेगा वो कुछ शहरों पर गिरेगा।

ऐसे देख सकते है TIANGONG-1 का फयेरवेल
2016 में चाइना ने स्पेस स्टेशन TIANGONG-1 पर से अपना कंट्रोल खो दिया था जिसके बाद से ही इसकी धरती से टकराने की संभावना बढ़ गई थी। जहां यूरोपियन स्पेस एजेंसी भारतीय समयानुसार रात करीब 1 से 2:30 बजे के बीच TIANGONG-1 के पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने का अनुमान लगा रही है तो वहीं दक्षिण कोरियाई न्यूज एजेंसी योनहाप के अनुसार स्पेस स्टेशन सोमवार सुबह 7:26 बजे से दिन में 3:26 बजे के बीच वायुमंडल में प्रवेश करेगा।

नुकसान पहुंचने की संभावना कम
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सीएमएसईओ के हवाले से बताया कि आठ टन वजन वाले इस स्पेस स्टेशन से विमानन गतिविधि पर कोई प्रभाव पड़ने या जमीन पर कोई नुकसान पहुंचने की संभावना नहीं है। समाचार एजेंसी के मुताबिक स्पेस स्टेशन के मलबे का बहुत छोटा सा हिस्सा जमीन पर गिरेगा। हॉन्गकॉन्ग के साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट की खबर के मुताबिक इसकी मौजूदा दिशा के आधार पर वैज्ञानिकों ने कहा कि स्पेस स्टेशन आस्ट्रेलिया से लेकर अमेरिका तक, कहीं भी गिर सकता है। 

कितना बड़ा है TIANGONG-1?
TIANGONG-1 को चाइना ने 30 सितंबर 2011 को लॉन्च किया था। इसका साइज 34 x 11 फीट है, जो कि एक स्कूल बस के बराबर है। इसका वजन करीब 8 टन है। साल 2016 में चीन के वैज्ञानिकों ने इस स्पेस स्टेशन से नियंत्रण खो दिया था। उस समय से TIANGONG-1 अंतरिक्ष में ही चक्कर काट रहा है। लेकिन अब यह पृथ्वी की कक्षा के पास पहुंच चुका है और किसी भी समय गिर सकता है। 16 मार्च को आधिकारिक रूप से TIANGONG ने डेटा भेजना बंद कर दिया था।

क्या है TIANGONG-1?
TIANGONG-1 एक तरह की रिसर्च लेबोरेटरी है जहां पर चीन अपने एस्ट्रनॉट्स को भेजता था। जून 2012 में चीन ने  Shenzhou 9 मिशन को TIANGONG-1 पर भेजा था। इस मिशन पर पहली बार चाइनीज महिला एस्ट्रोनॉट लियू यांग को भेजा गया था। लियू यांग के साथ जिंग हेईपेंग और लियू वैंग भी गए थे। इस मिशन में लियू यांग को मेडिकल एक्सपेरिमेंट करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद एक साल से कम समय में दूसरी बार आखिरी मानव मिशन Shenzhou 10, TIANGONG-1 पर चाइना ने भेजा। इस मिशन के क्रू ने 12 दिनों तक TIANGONG-1 में रहकर एक्सपेरिमेंट किए। साल 2016 में चीन ने Tiangong-2 को  लॉन्च किया।

Similar News