कोरोना वायरस : विदेशी नागरिकों को वुहान से एयरलिफ्ट किया गया
कोरोना वायरस : विदेशी नागरिकों को वुहान से एयरलिफ्ट किया गया
- कोरोना वायरस : विदेशी नागरिकों को वुहान से एयरलिफ्ट किया गया
सियोल/टोक्यो, 31 जनवरी (आईएएनएस)। चीन में जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक वहां 213 लोगों की मौत हो चुकी है और अब चीन के वुहान शहर से विस्थापितों को चार्टर उड़ानों की मदद से शुक्रवार दक्षिण कोरिया और जापान लाया गया, क्योंकि आगे अंतर्राष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, 367 दक्षिण कोरियाई नागरिकों का पहला समूह शुक्रवार को सुबह आठ बजे सियोल पहुंचा और अब देश में मौजूद दो सुविधागृह में भेजे जाने से पहले इनके स्वास्थ्य का गहन परीक्षण किया गया, जहां इन्हें 14 दिनों की अवधि के लिए बिल्कुल अलग रखा जाएगा।
समाचार एजेंसी योनहप के मुताबिक, चार्टर उड़ान में सवार होने से पहले भी इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। एक यात्री को बुखार था जिसके चलते उसे इस सफर में शामिल नहीं किया गया।
इस पहले समूह में 720 दक्षिण कोरियाई में से करीब आधे ही आ पाए हैं। इन लोगों ने वुहान से उन्हें निकाले जाने का अनुरोध किया था। दक्षिण कोरियाई सरकार की योजना बाकी बचे लोगों को यहां लाने के लिए जल्द से जल्द एक और चार्टर उड़ान भेजने की है।
राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके के मुताबिक, जापान में जहां 14 मामलों की पुष्टि हुई है, इस बार एक तीसरा चार्टर उड़ान 149 लोगों के साथ वुहान से टोक्यो के हानेदा हवाईअड्डे पर उतरा।
सभी यात्रियों को जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में भेज दिया गया है।
इससे पहले गुरुवार को यहां 210 लोग लाए गए जिनमें से 26 अस्पताल में भर्ती हैं।
सरकार 300 से अधिक जापानी नागरिकों को वहां से निकालकर लाने की व्यवस्था कर रही है।
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी शुक्रवार को इस बात की घोषणा की कि उनकी सरकार उन लोगों के प्रवेश पर रोक लगाएगी, जिनमें इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
इस बीच, अन्य कई देश भी यात्रा पर सख्त प्रतिबंध लगा चुके हैं।
फिलीपिंस ने भी शुक्रवार को देश में इसके पहले मामले की पुष्टि के बाद हुबेई से यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
मलेशियाई राज्य सबह के बोर्नियो द्वीप में क्षेत्रीय ने भी चीन से सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है।
वियतनाम की सरकार ने उनके क्षेत्र में तीन नए मामलों के पता लगने के बाद पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह चीनी नागरिकों के लिए वीजा जारी करना बंद कर देगी।
प्योंगयांग में ब्रिटिश राजदूत कॉलिन क्रूक्स ने कहा कि उत्तरी कोरिया शुक्रवार से चीन के साथ सभी हवाई और रेल मार्गो को बंद कर रही है।