रोहिंग्या संकट : अब गंदा पानी और बदबूदार शौचालय बने जान के दुश्मन
रोहिंग्या संकट : अब गंदा पानी और बदबूदार शौचालय बने जान के दुश्मन
डिजिटल डेस्क, ढाका। रोहिंग्या शरणार्थियों की हालत ने आज मानवता को शर्मसार करके रख दिया है। ये वो लोग हैं जिन्हें उनके अपने मुल्क म्यांमार ने पलायन के लिए मजबूर कर दिया है। म्यांमार से बांग्लादेश पलायन हुए रोहिंग्या मुसलामनों के सामने एक नया संकट का मुंह फाड़कर खड़ा हो गया है। दरअसल 25 अगस्त को करीब 5 लाख रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में पलायन किया है, जिस कारण वहां के रिफ्यूजी कैंपों में रह रहे लोग अब महामारी का शिकार होने लगे हैं।
आंकड़ों के अनुसार यह एशिया का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन चुका है। करीब 15 दिन पहले म्यांमार से पलायन कर यहां बेहद गंदे कैंप में 11 लोगों के परिवार के साथ रह रहीं राशिदा ने बताया, "पंप काम करता है, लेकिन पानी बेहद गंदा है। ऐसे में इसका पानी पिया नहीं जा सकता।"
महामारी के खतरे से कैसे निपटेंगे परिवार ?
गौरतलब है कि पलायन के बाद रिफ्यूजी कैंपों में शरण ले रहे मुसलमान की हालात बहुत खराब है। बताया जा रहा है कि साफ पानी और शौचालय की कमी के चलते अब महामारी का खतरा पैदा हो गया है। वहां काम कर रहे कार्यकर्ताओं ने बताया है कि यहां सबसे बड़ा खतरा अब इनके स्वास्थ्य का है। क्योंकि गंदगी बहुत है और सुविधाओं का अभाव है। साथ ही लगातार भारी बारिश भी हो रही है जिसकी वजह से कैम्पों में पानी भर रहा है।
वहीं सफाई का काम कर रहीं रशीदा बेगम बताती हैं कि करीब 100 से ज्यादा परिवार शौचालय का उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा, "शौचालय के पास लगा पंप काम तो करता है लेकिन पानी में गन्दी बदबू आती है जिस वजह से इसे पीना मुश्किल हो जाता है। गौरतलब है कि 25 अगस्त से शुरू हुआ हिंसा और पलायन का सिलसिला अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। करीब 5 लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी अपना घर छोड़कर पलायन कर चुके हैं। वहीं गुरुवार को आई एक खबर के अनुसार म्यांमार में 130 लोगों को लेकर आ रही एक नाव समुद्र में पलट गई। इनमें 27 लोगों को बचाया जा सका जबकि 19 के शव बरादम हुए हैं और 50 से ज्यादा लोग अभी लापता हैं।