गिलगित-बाल्टिस्तान चुनाव : इमरान की पार्टी को बढ़त, विपक्ष बोला-धांधली हुई

गिलगित-बाल्टिस्तान चुनाव : इमरान की पार्टी को बढ़त, विपक्ष बोला-धांधली हुई

IANS News
Update: 2020-11-16 15:01 GMT
गिलगित-बाल्टिस्तान चुनाव : इमरान की पार्टी को बढ़त, विपक्ष बोला-धांधली हुई
हाईलाइट
  • गिलगित-बाल्टिस्तान चुनाव : इमरान की पार्टी को बढ़त
  • विपक्ष बोला-धांधली हुई

स्कर्दू (पीओके), 16 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी सोमवार को गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) के सभी महत्वपूर्ण चुनावों में आगे चल रही है। इस्लामाबाद ने गिलगित-बाल्टिस्तान को हाल ही में देश के पांचवें प्रांत के तौर पर घोषित किया है, जबकि विपक्षी दलों ने अनियमितताओं का हवाला देते हुए इसका विरोध किया है।

गिलगित-बाल्टिस्तान विधानसभा की 24 सामान्य सीटों के लिए 15 नवंबर को हुए चुनाव के अनौपचारिक नतीजे सामने आने लगे हैं, जिसमें इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) पर कम से कम नौ सीटों पर बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। वहीं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) दोनों पार्टियों से पीछे है।

सात सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार के जीतने की बात कही गई है, जबकि तीन सीटों के साथ पीपीपी तीसरे स्थान पर है और उसके बाद दो सीटों पर पीएमएल-एन आगे है।

चार महिलाओं सहित कम से कम 330 उम्मीदवार मैदान में थे।

रविवार को सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ था, जो कि शाम पांच बजे तक चला। सर्द मौसम के बावजूद महिलाओं और बुजुर्गो के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया।

घीसर, हुंजा, सोस्ट और बाल्टिस्तान सहित कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी ने कई नागरिकों को अपने घरों तक सीमित कर दिया और वह मतदान में हिस्सा नहीं ले सके।

जानकारी के मुताबिक, मतदान की समग्र प्रक्रिया पूरे दिन सुचारु रूप से चली, मगर पीपीपी के उपाध्यक्ष शेरी रहमान ने आरोप लगाया है कि फ्री एंड फेयर इलेक्शन नेटवर्क (एफएएफईएन) के कई चुनाव पर्यवेक्षकों को मतगणना शुरू होने से पहले ही मतदान केंद्रों से हटा दिया गया था।

पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने चुनाव प्रक्रिया को अनुचित करार देते हुए दावा किया कि चुनाव चोरी हो गया है।

उन्होंने कहा, मेरा चुनाव चोरी हो गया है। मैं शीघ्र ही उनके विरोध में गिलगित-बाल्टिस्तान के लोगों से जुड़ूंगा।

उन्होंने कहा कि जीबी चुनाव आयोग, जिस पर पारदर्शी चुनाव कराने के लिए भरोसा किया गया था, वह लोगों के वोटों की रक्षा करने में विफल रहा है।

उन्होंने कहा, हमारी पार्टी क्षेत्र में अपना चुनाव अभियान जारी रखेगी और अपनी चोरी की सीटों को वापस लेने के बाद ही वापस जाएगी।

इसी तरह का दावा पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ ने भी किया और आरोप लगाया कि चुनावों में धांधली हुई है।

उन्होंने कहा, न तो पीटीआई का पहले से जीबी में कोई अस्तित्व था और न ही अब इसके पास होगा। पीटीआई द्वारा जीती गई कुछ सीटें बल, धांधली, पीएमएल-एन के उम्मीदवारों को तोड़ने और चयनकर्ताओं की मदद से जीतने के कारण हैं।

जीबी चुनावों में विपक्षी दलों द्वारा धांधली के दावों को संघीय सूचना और प्रसारण मंत्री शिबली फराज ने खारिज किया है।

उन्होंने कहा, यह बहुत पारदर्शी चुनाव था। अगर पीटीआई चुनाव में धांधली करना चाहता, तो उसने नौ के बजाय कम से कम 14-15 सीटें जीतीं होती।

उन्होंने कहा कि दरअसल विपक्ष और खासतौर पर पीएमएल-एन की यह परंपरा रही है कि जो चुनाव वे जीतते हैं, वे तो निष्पक्ष होते हैं और जो चुनाव वे हार जाते हैं, उनमें धांधली हो जाती है।

एकेके/एसजीके

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