ईरानी विदेश मंत्री बोले- प्रतिबंध के बाद भी ईरान से कच्चा तेल खरीदता रहेगा भारत

ईरानी विदेश मंत्री बोले- प्रतिबंध के बाद भी ईरान से कच्चा तेल खरीदता रहेगा भारत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-27 19:18 GMT
ईरानी विदेश मंत्री बोले- प्रतिबंध के बाद भी ईरान से कच्चा तेल खरीदता रहेगा भारत
हाईलाइट
  • इससे पहले न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र आमसभा में शामिल हुई सुषमा स्वराज और ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने मुलाकात की है।
  • ईरान के ऑइल बिजनेस को प्रभावित करने वाला अमेरिकी प्रतिबंध 4 नवंबर से लागू हो जाएगा।
  • मीटिंग के बाद जवान जरीफ ने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंध के बाद भी भारत ईरान से कच्चा तेल खरीदता रहेगा।

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। ईरान के ऑइल बिजनेस को प्रभावित करने वाला अमेरिकी प्रतिबंध का दूसरा चरण 4 नवंबर से लागू हो जाएगा। इससे पहले न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र आमसभा में शामिल हुई भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने मुलाकात की। इस मीटिंग के बाद जवाद जरीफ ने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंध के बाद भी भारत ईरान से कच्चा तेज खरीदता रहेगा।

ईरानी विदेश मंत्री ने कहा, हमारे भारतीय मित्रों का ईरान से आर्थिक सहयोग और कच्चे तेल का आयात जारी रखने को लेकर रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। भारतीय विदेश मंत्री ने भी इसी बात को दोहराया है। जरीफ ने कहा, शिपिंग और परिवहन के क्षेत्र में हमारा अच्छा सहयोग है। चाबहार में भारतीय उपस्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे पास भारत के साथ व्यापक सहयोग है, जिसमें ऊर्जा सहयोग भी शामिल है क्योंकि ईरान हमेशा भारत के लिए ऊर्जा का विश्वसनीय स्रोत रहा है।

जरीफ ने कहा, चाबहार अभी ऑपरेशनल है। अफगानिस्तान में भारतीय शिपमेंट पहले ही चाबहार से गुजर चुके हैं। हम उम्मीद करते हैं कि चाबहार अधिक क्षमता के साथ और भी बड़ा हो। हमें उम्मीद है कि भारत और अन्य निवेशक चाबहार आएंगे और बंदरगाह सुविधा के विस्तार के लिए निवेश करेंगे।

बता दें कि इराक और सऊदी अरब के बाद ईरान, भारत का तीसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है। अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 तक ईरान ने भारत को 1.84 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति की है। भारत ने इसी साल ईरान से तेल आयात बढ़ाने का फैसला किया था जब ईरान ने भारत को करीब-करीब मुफ्त ढुलाई और उधारी की मियाद बढ़ाने का ऑफर दिया था। पहले अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच ईरान से व्यापारिक रिश्ते कायम रखने वाले मुट्ठीभर देशों में भारत भी एक था।

इसी साल मई 2018 में अमेरिका ने ईरान के साथ 2015 की न्यूक्लियर डील तोड़ दी थी। साथ ही ईरान पर फिर से नए आर्थिक प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया था। यह प्रतिबंध दो चरणों में लागू करने की घोषणा की थी। सात अगस्त को प्रतिबंध का पहला चरण लागू हो चुका है और चार नवंबर को दूसरा सेट लागू किया जाएगा। 

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