इजरायल ने ईरानी बेस कैंप पर दागीं मिसाइलें, नौ लोगों की मौत

इजरायल ने ईरानी बेस कैंप पर दागीं मिसाइलें, नौ लोगों की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-10 03:25 GMT
इजरायल ने ईरानी बेस कैंप पर दागीं मिसाइलें, नौ लोगों की मौत

डिजिटल डेस्क, तेल अवीव | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ईरान परमाणु डील से हटने के तुरंत बाद इजरायल ने सीरिया स्थित ईरान के आर्मी कैंप पर मिसाइल से हमला किया। हमले में 9 ईरानी सैनिक मारे गए, कुछ अन्य घायल हो गए। एक दिन पहले इजरायल ने कहा था कि अगर सीरिया ने ईरान को अपनी भूमि से इजरायल पर हमला करने दिया तो हम असद की सत्ता खत्म कर देंगे।

 

 

सीरियाई ऑब्जरवेटरी ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा कि इजरायली जेटों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के पश्चिम में स्थित अल किश्वाह में रिवोल्यूशनरी गार्ड वेपन स्टोर को निशाना बनाया, जिसे ईरानी सेना इस्तेमाल करती है।  यह सैन्य अड्डा पहले भी इजरायली हमलों का शिकार हो चुका है।  इससे पहले अप्रैल में मध्य सीरिया में स्थित टी4 एयरबेस पर किए गए संदिग्ध हवाई हमले में 7 ईरानी मारे गए थे। 

 

बढ़ेगा मध्य-पूर्व में तनाव

 

सीरियाई स्टेट मीडिया ने कहा कि ईरान न्यूक्लियर डील से अमेरिका के बाहर जाने के निर्णय के तुरंत बाद इजरायल ने ईरान द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सैन्य ठिकाने पर मिसाइलों से हमला कर दिया। ज्ञात हो कि करार से पीछे हटने के डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय के तुरंत बाद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ही अमेरिकी राष्ट्रपति के इस फैसले का स्वागत किया था। बता दें कि ट्रंप के निर्णय के बाद सबसे पहले बेंजामिन नेतन्याहू ने ही ट्वीट कर इस फैसले का वेलकम किया था। ट्रंप के इस निर्णय के बाद माना जा रहा था कि मध्यपूर्व में जबरदस्त तनाव देखने को मिलेगा, और इजरायली हमले के साथ इसकी शुरूआत हो गई है।  

 

 

शुरू हुआ अराजकता का नया दौर

 

इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का आरोप है कि ईरान सीरिया की जमीन का इस्तेमाल इजरायल पर हमला करने के लिए कर रहा है। निकोसिया यात्रा के दौरान नेतन्याहू ने कहा था, "ईरान, इजरायल के विनाश के उद्देश्य से सीरिया में खतरनाक हथियार तैनात कर रहा है। उन्होंने कहा, "ईरान खुले तौर पर हमारे विनाश, धरती के नक्शे से इजराइल नाम मिटाने की बात करता है। वह हमारे खिलाफ लगातार बिना किसी उकसावे के आक्रामकता का प्रदर्शन करता है।"उसके षड़यंत्रों को हम चुपचाप बैठ कर नहीं देख सकते।

 

फरवरी माह में इजरायल की सीमा में ईरान की सेना के एक ड्रोन का टुकड़ा मिला था। जिसके बाद, इजरायल ने सीरिया में ईरानी सेना को निशाना बनाया था। उसके बाद ईरान ने भी धमकी दी है कि हम चुप नहीं बैठने वाले। न्यूक्लियर डील नकारने के ट्रंप के फैसले के बाद मध्य-पूर्व में अस्थिरता का एक नया दौर शुरू हो गया है।

 

 

खामनेई ने किया पलटवार 

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर पलटवार किया है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से अमरीका को अलग करने की घोषणा के बाद ख़ामेनेई ने कहा, "ट्रंप, तुमने गलती कर दी।" ईरान की संसद में परमाणु समझौते की एक कॉपी जलाई गई, सांसदों ने अपने हाथों में बैनर पकड़े हुए थे और "अमरीका मुर्दाबाद" के नारे लगा रहे थे। इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने भरोसा दिलाया कि उनका देश बहुराष्ट्रीय परमाणु समझौते पर "डटा" रहेगा।

 

ईरानी राष्ट्रपति ने शिकायत भरे लहजे में कहा कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय समझौते की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम नहीं रहता है। हसन रूहानी ने कहा कि अमेरिका ने बता दिया है कि वह अपने ही कहे को महत्व नहीं देता। मैंने ईरान के आणविक ऊर्जा संगठन को आदेश दिया है कि यूरेनियम के औद्योगिक स्तर पर संवर्धन की तैयारी करे। उन्होंने कहा कि वह अपने सहयोगियों और परमाणु समझौते में शामिल अन्य देशों के साथ बातचीत के लिए "कुछ सप्ताह ही" इंतजार करेंगे।

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