एक-दूसरे को लेकर क्या सोचते हैं भारत और इजरायल ?

एक-दूसरे को लेकर क्या सोचते हैं भारत और इजरायल ?

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-05 02:41 GMT
एक-दूसरे को लेकर क्या सोचते हैं भारत और इजरायल ?

डिजिटल डेस्क, तेल अवीव. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वो योग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्साह से प्रेरित हुए हैं। उन्होंने दुनिया के दो फलते-फूलते लोकतंत्रों को जोड़ने के माध्यम के तौर पर योग आसानों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, मोदी ने मुझे निचले स्तर से शुरूआत करने की सलाह दी है। जब मैं सुबह के वक्त ताड़ासन करता हूं और अपना सिर दायीं ओर घुमाता हूं तो जो पहला लोकतंत्र मैं देखता हूं वह भारत है और जब मोदी वशिष्ठासन करते हैं और बायीं ओर मुड़ते हैं तो इजराइल वह पहला लोकतंत्र है जो उन्हें नजर आता है। इसलिए हमारे सामने भारत और इजरायल दो सिस्टर डेमोक्रेसी हैं।   

पीएम मोदी का इजरायल दौरा ना सिर्फ आपसी संबंधों के मद्देनजर अहम है, बल्कि इससे भारत को रक्षा के क्षेत्र में भी बड़ी सफलता हाथ लगने वाली है। इसके अलावा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाने लड़ने में भी भारत को इस मजबूती मिलने वाली है। इजरायल से भारत को दुश्मनों को नेस्तनाबूत करने वाल ताकतवर ड्रोन मिलने वाला है। पीएम मोदी के दौरे पर इजराइल के 10 हेरॉन टीपी ड्रोन को लेकर अहम डील होने वाली है, जो 400 मिलियन डॉलर का करार होगा। 

2015 में भारत में किया था प्रदर्शन
अब ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय सेना लड़ाकू ड्रोन्स से लैस होगी। इजरायल से भारत को गाइडेड मिसाइलों से लैस 10 हेरॉन-टीपी लड़ाकू ड्रोन की डिलीवरी शुरू होने वाली है। भारत के रक्षा मंत्रालय ने साल 2015 में इजरायल के साथ हेरॉन-टीपी ड्रोन की डील को मंजूरी दी थी। इजरायल ने फरवरी 2015 में बंगलुरु के एयरो इंडिया शो में हेरॉन टीपी ड्रोन का प्रदर्शन किया था। जिसके बाद 11 सितंबर 2015 को रक्षा मंत्रालय ने इजराइल से 400 मिलियन डॉलर में 10 मिसाइल-सशस्त्र ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी थी। पिछले साल जब भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण शासन यानी MTCR का सदस्य बना तो इजरायल से लड़ाकू ड्रोन की खरीद का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया था, अब इंजरायल की एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज भारत के लिए हेरॉन-टीपी ड्रोन बना रही है। और जल्द ही भारत को उसके पहले लड़ाकू ड्रोन मिल जाएंगे।

पूरी तरह ऑटोमैटिक हैं ड्रोन
भारत के लिए मेड इन इजरायल लड़ाकू ड्रोन एक गेमचेंजर माने जा रहे हैं। जिनकी अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हेरॉन-टीपी लड़ाकू ड्रोन हवा से जमीन पर टारगेट तबाह करने वाली मिसाइलों से लैस होंगे। हेरॉन-टीपी लड़ाकू ड्रोन्स पूरी तरह ऑटोमेटिक हैं, जिसे कंट्रोल रूम में बैठकर सिर्फ एक शख्स ऑपरेट कर सकता है। हेरॉन-टीपी लड़ाकू ड्रोन्स एक टन से ज्यादा भारी विस्फोटक लेकर 45 हजार फीट तक की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं।

क्या बोले मोदी ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान कहा कि जो लोग मानवता और सभ्यता के मूल्यों में विश्वास रखते हैं उन्हें एकजुट होकर आगे आना चाहिए और इनका किसी भी कीमत पर बचाव करना चाहिए। उन्होंने दुनियाभर में महामारी की तरह फैली आतंकवाद, कट्टरपंथ और हिंसा की बुराईयों का दृढ़ संकल्प के साथ विरोध करने कहा। अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर जारी किए गए प्रेस वक्तव्य में मोदी ने कहा, येद वाशेम स्मारक, यह कई पीढ़ियों पहले ढहाए गए कहर की याद दिलाता है। येद वाशेम स्मारक संग्रहालय में पुष्पांजलि अर्पति कर मोदी ने नाजी जर्मनी द्वारा मार दिए गए 60 लाख यहूदियों को श्रद्धांजलि अर्पति की और कहा कि यह स्मारक त्रासदी की गहराईयों से ऊपर उठने, नफरत को पराजित करने और एक उुर्जावान लोकतान्त्रिक देश के निर्माण के लिए आगे बढ़ने के लिए आपकी अटूट इच्छाशक्ति के सम्मान का प्रतीक है। 

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