2941 करोड़ में नीलाम हुई लियोनार्डो दा विंची की 'सल्वातोर मुंडी'

2941 करोड़ में नीलाम हुई लियोनार्डो दा विंची की 'सल्वातोर मुंडी'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-16 13:41 GMT
2941 करोड़ में नीलाम हुई लियोनार्डो दा विंची की 'सल्वातोर मुंडी'

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। लियोनार्डो दा विन्ची की एक पेंटिंग को अब तक की सबसे महंगी पेंटिंग होने का तमगा हासिल हुआ है। इस पेंटिंग का नाम है "सल्वातोर मुंडी"। यह पेंटिंग रिकॉर्ड 450 मिलयन डॉलर यानी तकरीबन 2941 करोड़ में नीलाम हुई है। इस पेटिंग की नीलामी 19 मिनट तक चली। इसमें 4 खरीदार टेलिफोन पर बोली लगा रहे थे, जबकि एक खरीदार नीलामी हॉल में मौजूद था। हालांकि ऑक्शन हाउस ने इसे खरीदने वाले का नाम उजागर नहीं किया है। बता दें कि इटली में जन्मे लियोनार्डो दा विंची अपनी चित्रकारी के लिए मशहूर थे। विश्व प्रसिद्ध पेंटिंग "मोनालिसा" भी उनकी ही कलाकृति है।

पेंटिंग 500 साल पुरानी बताई जा रही है। इसमें उकेरा गया चित्र ईसा मसीह का है। जीसस क्राइस्ट की इस पेंटिंग ने नीलामी में पुराने सारे रिकॉर्ड को तोड़ दिए हैं। इससे पहले 2015 में पिकासो की पेंटिंग "वुमन ऑफ ऐल्जियर्स" 180 मिलियन डॉलर यानी करीब 1100 करोड़ में नीलाम हुई थी।

लियोनार्डो दा विंची की यह पेंटिंग सदियों पहले खो गई थी। 500 साल पहले फ्रांस के शाही परिवार को इस पेंटिंग के अधिकार मिले। 1958 में इसे महज 3900 रुपए में बेच दिया गया। यह भी बताया जाता है कि 1958 में इस पेंटिंग की नीलामी के बाद यह करीब 50 साल तक गायब रही। साल 2005 में फिर इसकी नीलामी हुई। इस बार इसे 10 हजार डॉलर में नीलाम किया गया। साल 2005 में ही इस पेटिंग को रूसी अरबपति ने खरीदा। उन्होंने पेंटिंग को 12.75 करोड़ डॉलर में खरीदा। साल 2005 के बाद 2017 में क्रिस्टी नाम की संस्था ने इसे नीलाम किया है।

इस पेंटिंग को नीलाम करने वाली जुसी पिल्लकनन ने बताया कि ऑक्शन हाउस में मौजूद दर्शकों में नीलामी को लेकर काफी उत्साह था। उन्होंने बताया कि पेंटिंग की नीलामी एक समय 1300 करोड़ पर आकर रुक गई थी तभी फोन पर कस्टमर ने बाली को आगे बढ़ाया और आखिरकार इसकी नीलामी 2941 करोड़ रुपए पर जाकर खत्म हुई।

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