नासा के मार्स हेलिकॉप्टर ने 8वीं बार भरी उड़ान, 160 मीटर की यात्रा कर नए लैंडिंग स्थान पर पहुंचा

नासा के मार्स हेलिकॉप्टर ने 8वीं बार भरी उड़ान, 160 मीटर की यात्रा कर नए लैंडिंग स्थान पर पहुंचा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-23 19:49 GMT
नासा के मार्स हेलिकॉप्टर ने 8वीं बार भरी उड़ान, 160 मीटर की यात्रा कर नए लैंडिंग स्थान पर पहुंचा
हाईलाइट
  • नासा के इनजेनिटी हेलिकॉप्टर ने मंगल ग्रह पर अपनी आठवीं उड़ान पूरी की
  • यह 160 मीटर की यात्रा करके एक नए लैंडिंग स्थान पर पहुंचा
  • हेलिकॉप्टर ने 77.4 सेकंड के लिए उड़ान भरी

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। नासा के इनजेनिटी हेलिकॉप्टर ने सोमवार को मंगल ग्रह पर अपनी आठवीं उड़ान पूरी की। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह जानकारी दी। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, इसके हेलिकॉप्टर ने 77.4 सेकंड के लिए उड़ान भरी और यह 160 मीटर की यात्रा करके एक नए लैंडिंग स्थान पर पहुंचा, जो नासा के पर्सिवियरेंस रोवर से लगभग 133.5 मीटर दूर है।

इनजेनिटी 18 फरवरी को मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर पर उतरा था। मार्स हेलीकॉप्टर को दक्षिणी कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी द्वारा बनाया गया है। इस हेलिकॉप्टर को कम गुरुत्वाकर्षण और पतले वातावरण में उड़ान भरने के लिए तैयार किया गया है। हेलीकॉप्टर का पृथ्वी पर उड़ना आम बात है, लेकिन पतले मार्टियन वातावरण में सैकड़ों-लाखों किलोमीटर दूर उड़ना पूरी तरह से अलग है।

भारतीय मूल की वनीजा रूपाणी (17) ने इस हेलिकॉप्टर को इंजीन्यूटी नाम दिया है। हिंदी में इसका मतलब है किसी व्यक्ति का आविष्कारी चरित्र। वनीजा अलबामा नार्थ पोर्ट में हाई स्कूल जूनियर हैं। मंगल हेलीकॉप्टर के नामकरण के लिए नासा ने "नेम द रोवर" नाम से एक प्रतियोगिता आयोजित की थी जिसमें 28,000 प्रतियोगी शामिल हुए थे। नासा ने रूपाणी के सुझाए नाम को चुना था। 

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