पाकिस्तान : सुन्नी आतंकियों का कहर, अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय की मस्जिद ढहाई
पाकिस्तान : सुन्नी आतंकियों का कहर, अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय की मस्जिद ढहाई
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सुन्नी चरमपंथियों ने गुरुवार सुबह सियालकोट शहर में स्थित अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय की एक ऐतिहासिक मस्जिद ढहा दी। जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस समय मस्जिद में कोई मौजूद नहीं था। यही कारण है कि हादसे में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। मस्जिद के ढहाए जाने का एक वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है जिसमें भीड़ मस्जिद को गिरा रही है।
जानकारी के अनुसार अहमदिया मस्जिद को गिराने वाली भीड़ का नेतृत्व पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सदस्य हाफिज हामिद रजा ने किया था। पाकिस्तान में अहमदीय समुदाय के प्रवक्ता सलीमुद्दीन ने कहा कि मस्जिद में कोई भी हताहत नहीं हुआ है, क्योंकि मस्जिद में नवीनीकरण का कार्य चल रहा था, जिस वजह से मस्जिद में कोई मौजूद नहीं था। यूके के मानवाधिकार मंत्री और ब्रिटेन के राज्य मंत्री लॉर्ड तारिक, मार्क फील्ड ने हमले की निंदा की है।
बता दें कि पाकिस्तान में सुन्नी समुदाय और अहमदिया समुदाय में लंबे समय से यह विवाद चला आ रहा है। पाकिस्तान में सुन्नी और अहमदी समुदाय के बीच कई बार हिंसक झड़पें हुई हैं और मामूली विवाद में दोनों समुदायों के बीच खूनी संघर्ष तक की घटना हो चुकी है। हिंसा से बचने के लिए अधिकारियों ने वर्षों पहले मस्जिद को बंद कर दिया था. 14 मई को डॉन अखबार के मुताबिक स्थानीय प्रशासन ने धार्मिक और राजनीतिक संघर्ष के चलते मस्जिद को सील कर दिया था।
बताया जाता है कि 19वीं सदी में अहमदिया समुदाय की स्थापना करने वाले मिर्जा गुलाम अहमद इस मस्जिद में आए थे। तभी से अहमदी समुदाय के लिए यह मस्जिद काफी पाक मानी जाती रही है। जबकि पाकिस्तान में अहमदी समुदाय को 1974 में गैर इस्लामिक घोषित कर दिया था। सुन्नी बहुसंख्यक देश पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय की संख्या बहुत कम है। यही कारण है कि उन्हें हमेशा ही सुन्नी आंतकवादियों के आतंक का शिकार होना पड़ता है। इसी के चलते इस मस्जिद को भी निशाना बनाया है।