नागासाकी ने 74वीं एटम-बम की वर्षगांठ पर की परमाणु प्रतिबंध की मांग
नागासाकी ने 74वीं एटम-बम की वर्षगांठ पर की परमाणु प्रतिबंध की मांग
- नागासाकी के मेयर ने जापानी सरकार से परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने वाली संयुक्त राष्ट्र संधि पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया
डिजिटल डेस्क, नागासाकी। (आईएएनएस)। जापान के नागासाकी शहर में हुए परमाणु हमले की आज 74वीं वर्षगांठ है। इस मौके पर आयोजित एक सभा में परमाणु बम पर बैन लगाने की मांग की गई। नागासाकी शहर के मेयर ने शुक्रवार को जापानी सरकार से परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने वाली संयुक्त राष्ट्र संधि पर तुरंत हस्ताक्षर करने का आग्रह किया। इसी भयावह घटना को याद करते हुए सुबह 11.02 बजे नागासाकी में एक क्षण का मौन रखा गया।
नागासाकी के मेयर तोमिहिसा ताऊ ने कहा, जपान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जिसने परमाणु बम से होने वाले विनाश को देखा है। इसलिए जापान को चाहिए कि वह जितना जल्दी हो सके उतने जल्दी परमाणु हथियारों को निषेध बनाने वाली संधि पर हस्ताक्षर करे। मेयर ने पीस पार्क में आयोजित वार्षिक समारोह में बात की, जिसमें 5,200 लोगों और 70 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। समारोह में सभी पांच मान्यता प्राप्त परमाणु शक्तियां- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस व अमेरिका के अलावा संयुक्त राष्ट्र और यूरोप यूनियन के प्रतिनिधि शामिल रहे।
अमेरिका ने 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम से हमला किया था। अमेरिका ने दुनिया में पहला परमाणु हमला जपान के शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिरा कर किया था। इसके तीन दिन बाद आज से 74 साल पहले 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा के बाद नागासाकी पर हमला किया था। अमेरिका ने नागासाकी पर जिस परमाणु बम का इस्तेमाल किया था, उसका नाम फैट मैन था। इस परमाणु बम को B-29 बॉक्सर विमान से नागासाकी के ऊपर गिराया गया था। इस हमले में 70 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।