ट्रंप की फटकार का PAK पर असर, आतंकियों के खिलाफ जारी किया फतवा

ट्रंप की फटकार का PAK पर असर, आतंकियों के खिलाफ जारी किया फतवा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-17 05:17 GMT
ट्रंप की फटकार का PAK पर असर, आतंकियों के खिलाफ जारी किया फतवा

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। आतंकवाद को लेकर अमेरिका के पाकिस्तान पर कड़े रुख के बाद इसका असर अब देखने को मिल रहा है।  इस्लाम की दुहाई देकर पाकिस्तान नें मंगलवार को आतंकियों के खिलाफ फतवा जारी किया है। आत्मघाती विस्फोट करने समेत हिंसा करने वालों के खिलाफ ये फतवा जारी किया गया है। इसके लिए 1800 से ज्यादा इस्लामिक विद्वानों के दस्तखत कराए गए।  इस्लामाबाद की इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी की देख-रेख में तैयार किये गये फतवे को ‘पैगाम-ए-पाकिस्तान’ का नाम दिया गया और यहां एक भव्य समारोह में जारी किया गया।

 

 

पूरा देश इस मुद्दे पर गंभीर

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने फतवा जारी करने के मौके पर उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि यह पहल इस बात को व्यक्त करता है कि पूरा देश इस मुद्दे पर बेहद गंभीर है। उन्होंने आतंकवादियों और इस्लामिक कट्टपंथियों का हवाला देते हुये कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि इस्लाम की सच्ची शिक्षा के प्रकाश में किया गया यह निर्णय उनका हृदय परिवर्तन कर देगा और उनके उद्धार का मार्ग प्रशस्त करेगा।’’

 

 

 

फतवा PAK की कटिबद्धता का हिस्सा

पाकिस्तान सरकार ने एक बयान में कहा कि यह फतवा चरमपंथ और आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की कटिबद्धता का हिस्सा है। धार्मिक विद्वानों सांसदों, बुद्धिजीवियों और नीति निर्माताओं ने इसका समर्थन किया है। फतवे में सशस्त्र संघर्ष को देश, उसकी सरकार अथवा सशस्त्र बलों के खिलाफ बताया गया है। इसमें कहा गया है कि इस्लामिक संविधान के प्रावधान को लागू करना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यह इसके लिये बलों के प्रयोग को प्रतिबंधित करता है।

 


ट्रंप की फटकार

गौरतलब है  कि 1 जनवरी 2018 के दिन अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर फटकार लगाई थी। अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर पाकिस्तान ने सिर्फ अमेरिका को अब तक मूर्ख बनाया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका पिछले 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की सहायता दे चुका है, लेकिन उसने हमें झूठ और छल-कपट के अलावा कुछ नहीं दिया। पाकिस्तान हमारे नेताओं को मूर्ख समझता है। इसके बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता के नाम पर दी जाने वाली 1.15 अरब डॉलर से ज्यादा राशि और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति पर 5 जनवरी को रोक लगा थी थी। रोकी गई रकम में वित्तीय वर्ष 2016 के लिए 25. 5 करोड़ डॉलर का फॉरेन मिलिट्री फंडिंग भी शामिल है।

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