हाफिज सईद की रिहाई पर भारत, अमेरिका ने लगाई पाकिस्तान को फटकार

हाफिज सईद की रिहाई पर भारत, अमेरिका ने लगाई पाकिस्तान को फटकार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-23 14:34 GMT
हाफिज सईद की रिहाई पर भारत, अमेरिका ने लगाई पाकिस्तान को फटकार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तानी कोर्ट द्वारा 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद की नजरबंदी खत्म करने पर भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है। भारत ने गुरुवार को कहा है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी को पाकिस्तान ने उसके गलत एजेंडे को जारी रखने और खुले में घुमने की अनुमति दे दी है। ऐसा कर के पाकिस्तान आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रहा है। वहीं अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान की इस हरकत से लगता है कि उसका प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा खत्म कर देना चाहिए। भारत, अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते हो सकता है कि पाकिस्तान एक बार फिर हाफिज सईद को हिरासत में ले ले।

भारत ने जाहिर की नाराजगी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत सहित सम्पूर्ण अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान सरकार के इस कदम से आक्रोशित है। उन्होंने कहा, "आतंक को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के मामले में पाकिस्तान में गंभीरता का अभाव है। पाकिस्तान प्रतिबंधित आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाना चाहता है। भारत इस बात से सख्त नाराज है।"

रवीश कुमार ने कहा, "खुद को आतंकवादी मान चुके और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी को पाकिस्तान ने उसके गलत एजेंडे को जारी रखने और खुले में घुमने की अनुमति देकर यह भी साबित किया है कि पाकिस्तान ने सरकार से इतर तत्वों को संरक्षण और समर्थन देने की नीति में कोई बदलाव नहीं किया है।

अमेरिकी विशेषज्ञों की फटकार
अमेरिका के दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि हाफिज को रिहा कर पाक ने बता दिया है कि वे अपनी नीति नहीं बदलने वाले हैं। समय आ गया है कि पाकिस्तान का प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा रद्द कर दिया जाए। एक अमेरिकी विशेषज्ञ ब्रूस रीडल ने कहा, "मुंबई में 26/11 हमले के नौ साल बीतने के बाद भी अब तक इसका मुख्य साजिशकर्ता खुले में घुम रहा है। यह पाकिस्तान का आतंक के प्रति स्टैंड जाहिर करता है।

फिर हिरासत में लिया जा सकता है आतंकी
पाकिस्तान यह बखूबी जानता है कि वर्तमान हालातों में जब अमेरिका सार्वजनिक मंचों से पाकिस्तान को आतंक को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने पर फटकार लगा रहा है। ऐसे में हाफिज की रिहाई उस पर और बड़ा दाग लगा सकती है। यह देखते हुए और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान हाफिज सईद को फिर हिरासत में ले सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सईद को दूसरे केस में नजरबंद किया जा सकता है।

बुधवार को जारी हुए थे रिहाई के आदेश
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के न्यायिक समीक्षा बोर्ड ने बुधवार को हाफिज सईद की नजरबंदी खत्म करने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद आज (गुरुवार) को हाफिज सईद की रिहाई हो गई। पाक सरकार ने लाहौर हाई कोर्ट में हाफिज सईद की नजरबंदी बढ़ाने की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसका एक बड़ा कारण पाकिस्तानी सरकार द्वारा सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत कोर्ट में पेश न करना था।

इससे पहले पिछले महीने लाहौर हाईकोर्ट ने पाकिस्तान सरकार को मुंबई हमले में हाफिज सईद के खिलाफ सबूत जल्द से जल्द दाखिल करने को कहा था। कोर्ट ने आगाह किया था कि यदि समय रहते हाफिज सईद के खिलाफ सबूत कोर्ट में दाखिल नहीं किए गए तो उसकी नजरबंदी खत्म कर दी जाएगी। हालांकि इस सुनवाई के बाद अगली सुनवाई में हाफिज सईद की नजरबंदी 30 दिनों के लिए बढ़ा दी गई थी। सईद की 30 दिन की नजरबंदी 24 अक्टूबर से लागू हुई थी।

31 जनवरी से था नजरबंद
जमात उद-दावा चीफ हाफिज सईद पाकिस्तान में 31 जनवरी से नजरबंद है। पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी को सईद और उसके चार सहयोगियों को 90 दिनों के लिए हिरासत में लिया था। सईद के साथ अब्दुल रहमान आबिद, अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर इकबाल और काजी काशिफ हुसैन को हिरासत में लिया गया था। 3 महीनों की यह नजरबंदी बढ़ते-बढ़ते 10 महीनों तक पहुंच गई थी।

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