'जाधव को रिहा करने के बदले एक आतंकी देने का मिला था ऑफर'

'जाधव को रिहा करने के बदले एक आतंकी देने का मिला था ऑफर'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-28 04:38 GMT
'जाधव को रिहा करने के बदले एक आतंकी देने का मिला था ऑफर'

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। पाकिस्तान की हमेशा से इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स पर खुद को पीड़ित बताकर दुनिया की सहानुभूति लेने और भारत को बदनाम करन की चाल चलता रहा है। इस बार भी पाकिस्तान ने न्यूयॉर्क में कुलभूषण जाधव केस को हल्का करने और भारत को कमजोर करने के लिए नया दांव खेला है, जिसमें उसने कहा है कि कुलभूषण जाधव की रिहाई के बदले उसे एक आतंकी देने का ऑफर किया गया था। न्यूयॉर्क में बुधवार पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ जब लोगों को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने ये बात कही। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में बंद पेशावर हमले के आतंकी और कुलभूषण जाधव की अदला-बदली की जा सकती है। 

क्या कहा पाक के विदेश मंत्री ने? 

पाक के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने बताया कि मुझसे मेरे देश के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) ने कहा कि हम अफगानिस्तान में बंद पेशावर हमले के आतंकी और कुलभूषण जाधव की अदला-बदली कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि NSA ने हमसे कहा है कि हम अफगान जेल में बंद पेशावर हमले के आतंकी और आपके पास मौजूद आतंकी कुलभूषण जाधव की अदला-बदली कर सकते हैं। हालांकि ख्वाजा आसिफ ने ये नहीं बताया कि उन्हें ये ऑफर किस देश के NSA की तरफ से मिला था और न हीं उन्होंने उस आतंकी का नाम बताया। 

अफगान में बंद है पेशावर हमले का आतंकी

16 दिसंबर 2014 को पाकिस्तान के पेशावर के एक आर्मी स्कूल में कुछ आतंकियों ने घुसकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी। इतना ही नहीं आतंकियों ने क्लासरुम में घुस-घुसकर बच्चों पर गोलियां चलाई थी। इस हमले ने पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया को हिला दिया था। इस हमले में 132 बच्चों समेत 140 लोग मारे गए थे। इसी हमले में शामिल एक आतंरी अफगानिस्तान जेल में बंद है।

पाकिस्तान में बंद है कुलभूषण जाधव

पिछले साल मार्च 2016 में पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को ईरान से गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान ने कुलभूषण पर भारत के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान का कहना था कि जाधव भारत की खूफिया एजेंसी RAW के एजेंट हैं और पाकिस्तान की जासूसी कर रहे हैं, जबकि भारत ने इस बात से इनकार कर दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुलभूषण जाधव एक रिटायर्ड नेवी ऑफिसर हैं और ईरान में वो अपना बिजनेस कर रहे थे। लेकिन पाकिस्तान ने गलत आरोप लगाकर कुलभूषण को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अप्रैल 2017 में पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने जाधव को फांसी की सजा सुनाई थी, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था। इसके बाद भारत ने जाधव की फांसी रोकने के लिए इंटरनेशनल कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां कोर्ट ने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी थी। 

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