न्याय लागू किए बिना कश्मीर व फिलिस्तीन में शांति संभव नहींः लोधी

न्याय लागू किए बिना कश्मीर व फिलिस्तीन में शांति संभव नहींः लोधी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-20 10:08 GMT
न्याय लागू किए बिना कश्मीर व फिलिस्तीन में शांति संभव नहींः लोधी

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों के अनुसार फिलिस्तीन और कश्मीर विवाद को जल्द हल किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन अशांत क्षेत्रों में न्याय लागू किए बिना शान्ति की स्थापना किसी तरह संभव नहीं है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को कश्मीर में अपने प्रस्तावों को लागू करने का समय चुनने की प्रक्रिया को रोकना चाहिए। उन्होंने यह बात पिछले सप्ताह सुरक्षा परिषद में "अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के रखरखाव के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय कानून को कायम रखने" विषय पर चर्चा के दौरान कही। 

पाक पहले भी जता चुका है चिंता 
मलीहा लोधी और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल लगातार संयुक्त राष्ट्र के मंचों पर कश्मीर मुद्दे को उठाता आया है। 
इसी महीने की शुरुआत में भी पाकिस्तान के सदस्य मसूद अनवर ने संयुक्त राष्ट्र की सूचना समिति के एक सत्र को संबोधित करते हुए कश्मीर मुद्दे को उठाया था। मसूद ने कहा था कि कश्मीर के लोगों के कथित मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। लोधी ने जोर दिया कि यूएनएससी को अपने कार्यों में अधिक सुसंगत और निष्पक्ष होना चाहिए। इसके प्रस्तावों और निर्णयों के कार्यान्वयन में चुनाव उचित नहीं है। आखिर न्याय के बिना शान्ति स्थापित हो ही नहीं सकती। 

भारत ने पाक के आरोप को किया था खारिज 
भारत ने मसूद के कश्मीर के मसले को दृढ़ता से खारिज करते हुए कहा था कि उनकी टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र के काम के लिए अप्रासंगिक है। पाकिस्तान, संयुक्त राष्ट्र सूचना समिति को भटकाने की कोशिश कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दल के मंत्री श्रीनिवास प्रसाद ने कहा था, "भारत सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देशों के सहयोग को आवश्यक मानता है। उन्होंने 2011 में नार्वे में हुए आतंकी हमले में बचने वालों पर बनी डाक्युमेंट्री "सर्वाइवर टेररिज्म : विक्टिम वॉइस" का जिक्र किया था। उन्होंने डीपीआई से आतंकी हमलों के शिकार हुए देशों से ऐसी कहानियों को चुनने की उम्मीद जताई थी 

2017 में लोधी ने किया था झूठा दावा 
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने एक जख्मी लड़की की फोटो दिखाते हुए दावा किया था कि यह कश्मीर में पैलेट गन के हमले का शिकार हुई है, जबकि वह फोटो फिलिस्तीनी लड़की की थी। राइट टू रिप्लाई के तहत यूएन में भारत के परमानेंट मिशन में सबसे जूनियर डिप्लोमैट पॉलोमी त्रिपाठी ने जवाब देते हुए कहा था कि पाकिस्तान की परमानेंट रिप्रेजेंटेटिव (मलीहा लोधी) ने जनरल असेंबली को फर्जी फोटो दिखाकर गुमराह किया और भारत के खिलाफ झूठी कहानी गढ़ी।

Similar News