फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा- कश्मीर आंतरिक मामला, कोई तीसरा देश दखल ना दे

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा- कश्मीर आंतरिक मामला, कोई तीसरा देश दखल ना दे

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-22 13:47 GMT
हाईलाइट
  • इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे पर बातचीत हुई
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बैठक की
  • राष्ट्रपति मैक्रों ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने को भारत का आंतरिक मामला बताया

डिजिटल डेस्क, पेरिस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ चेटी डे चेंटिली में द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। इसके अलावा कश्मीर मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। राष्ट्रपति मैक्रों ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने को भारत का आंतरिक मामला बताया। 

क्या कहा फ्रांस के राष्ट्रपति ने?
इमैनुएल मैक्रों ने पीएम मोदी के साथ एक संयुक्त बयान में कहा, "पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के हालात के बारे में बताया। भारत और पाकिस्तान को मिलकर ही इसका हल निकालना है। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना भारत का आंतरिक मामला है। कोई भी तीसरा पक्ष इसमें दखल न दें।" उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि वहां शांति (JK) बनी रहे। हम हमेशा शांति और संवाद चाहते हैं। मैं कुछ दिनों के बाद पाकिस्तान के पीएम से बात करूंगा और कहूंगा कि बातचीत केवल द्विपक्षीय स्तर पर होनी चाहिए।"

मैक्रों ने  कहा "अगर हम सिविल न्यूक्लियर के बारे में बात करते हैं, तो इस साल के अंत तक जैतपुर (परमाणु ऊर्जा परियोजना) पर चर्चा होगी, ताकि हम जैतापुर परियोजना को आगे बढ़ा सकें।"

इमैनुएल मैक्रों ने पीएम मोदी को उनके चुनाव जीतने पर भी बधाई दी। उन्होंने कहा, "आपके दूसरी बार चुनाव जीतने के बाद मैं आपसे पहली बार मिल रहा हूं। मैं आपको चुनाव में मिली जीत के लिए बधाई देता हूं। भारत का लोकतंत्र शानदार है। 

G7 समिट को लेकर मैक्रों ने कहा, "हमने G7 पर बात की। मैं चाहता था कि भारत G7 का हिस्सा बने। ऐसे कई मामले हैं जिनमें हम भारत के बिना नहीं चल सकते हैं, ऐसे मामले हैं जिनमें भारत की उपस्थिति महत्वपूर्ण है।"

उन्होंने कहा हमारा अंतरिक्ष में सहयोग पर एक नया एग्रीमेंट हुआ है। हम भारत को चंद्रयान भेजने के लिए बधाई देते हैं।

मैक्रों ने कहा, हमने डिजिटल, साइबर सुरक्षा और अफ्रीका सहित कई मुद्दों पर पीएम मोदी के साथ बातचीत की है। हमें ऐसे मामलों पर मिलकर काम करना होगा। हमने 14 फरवरी को पुलवामा में जो हुआ उसके लिए अपनी संवेदना व्यक्त की है। हम आतंकवाद पर एक साथ काम करना जारी रखेंगे। रक्षा क्षेत्र में हमारे संबंध बताते हैं कि हम एक-दूसरे पर कितना भरोसा करते हैं। हम "मेक इन इंडिया" में भी पूरी मदद करेंगे। अगले महीने तक पहला राफेल विमान भी भारत पहुंच जाएगा।

मैक्रों ने कहा, मार्च 2018 में जब मैं भारत गया तो हमने व्यापार सहयोग बढ़ाने का फैसला किया था. हमने इस साल ही इसे पूरा कर लिया है. भारत और फ्रांस के बीच आर्थिक व्यापार में 25 प्रतिशत बढ़ा है।

 

 

 

क्या कहा पीएम मोदी ने?
पीएम मोदी ने कहा, "हमें खुशी है कि 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से 1 को अगले महीने भारत को सौंप दिया जाएगा। फ्रांस पहला देश है जिसके साथ हमने सिविल न्यूक्लियर अरेंजमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं।" उन्होंने कहा "मैं जी 7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उत्साहित हूं और मैं शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति मैक्रोन और पूरे फ्रांस को बधाई देना चाहता हूं।"

आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी ने कहा "हम दोनों देशों को आतंकवाद का लगातार सामना करना पड़ रहा है। क्रॉस-बार्डर टेररिज्म का मुक़ाबला करने में हमें फ्रांस का बहुमूल्य समर्थन मिला है, उसके लिए हम प्रेसिडेंट मैक्रों को धन्यवाद देते हैं। हमने सिक्यॉरिटी और काउंटर-टेररिज्म पर सहयोग को व्यापक बनाने का इरादा किया है।"

पीएम मोदी ने कहा, "भारत और फ़्रांस के बीच संबंध सैकड़ों साल पुराना है। हमारी दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं, बल्कि ‘लिबर्टी, इक्वलिटी और फ्रेटरनिटी’ के ठोस आदर्शों पर टिकी है।"

उन्होंने कहा, "बायोडायवर्सिटी हो, क्लाइमेट चेंज हो, इन सभी विषयों पर भारत सदियों से परम्परा और संस्कार से, प्रकृति के साथ तालमेल करके ही जीता रहा है। क्लाइमेट चेंज, इनवॉयरमेंट और टेक्नोलॉजी के समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए फ्रांस और भारत एक साथ मज़बूती से खड़े हैं।"

पीएम मोदी ने कहा "मैं अपने अभिन्न मित्र प्रेसिडेंट मैक्रों को इस चुनौतीपूर्ण समय में एक नए विजन, उत्साह और कुशलता के साथ फ्रांस और G-7 के नेतृत्व के लिए शुभकामनाएं देता हूं। हम दोनों देश मिलकर, सुरक्षित और समृद्ध विश्व का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।"

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्विपक्षीय और बहुपक्षीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए गुरुवार को नई दिल्ली से फ्रांस के लिए रवाना हुए। फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन की यात्रा भी करेंगे। मोदी की तीन देशों के लिए होने वाली पांच दिवसीय यात्रा 22 से 26 अगस्त के बीच होनी है।

 

 

 

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