चीन को जवाब देने के लिए भारत-रूस के बीच S-400 मिसाइल की डील

चीन को जवाब देने के लिए भारत-रूस के बीच S-400 मिसाइल की डील

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-28 02:18 GMT
चीन को जवाब देने के लिए भारत-रूस के बीच S-400 मिसाइल की डील
हाईलाइट
  • भारत ने एयर फोर्स के लिए रूस से S-400 ट्रंफ एयर डिफेंस सिस्टम को खरीदने के लिए उसकी कीमत से संबंधी बातचीत पूरी कर ली है।
  • ये मिसाइल 300 किमी से ज्यादा की रेंज में एयरक्रॉफ्ट
  • विमान या फिर ड्रोंस को नष्ट करने में सक्षम है।
  • चीन को टक्कर देने के लिए भारत ने रूस के साथ करीब 40
  • 000 करोड़ रुपए में डील तय की है।
  • भारत करीब 4000 किलोमीटर लंबी चीन-भारत सीमा पर अपने एयर डिफेंस सिस्टम को और मजबूत करने के लिए लंबी दूरी की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने एयर फोर्स के लिए रूस से S-400 ट्रंफ एयर डिफेंस सिस्टम को खरीदने के लिए उसकी कीमत से संबंधी बातचीत पूरी कर ली है। चीन को टक्कर देने के लिए भारत ने रूस के साथ करीब 40,000 करोड़ रुपए में डील तय की है। इस डील की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि अब दोनों देश अमेरिकी कानून के प्रावधानों से बचने के तरीके तलाश रहे हैं। इसमे रूस के रक्षा या खुफिया प्रतिष्ठानों से सौदा करने वाले देशों और कंपनियों को दंड देने का प्रावधान है।

 

 

एक अधिकारी ने बताया, मिसाइल के सौदे को लेकर बातचीत पूरी हो चुकी है। मिसाइल खरीद की कीमत को अंतिम रूप दे दिया गया है। बताया गया कि पीएम नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लदिमीर पुतिन के बीच अक्टूबर में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन से पहले इसकी घोषणा की जा सकती है।

 

 

दरअसल अमेरिका ने काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन्स एक्ट ( CAATSA ) के तहत रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। जिसकी वजह से दोनों पक्ष इस डील को अमेरिका के प्रतिबंधों से बचाने के लिए रास्ते की तलाश कर रहे हैं। पिछले हफ्ते सोची शहर में पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात के दौरान ये हुई ये मुद्दा उठाया गया था।

 

 

भारत करीब 4000 किलोमीटर लंबी चीन-भारत सीमा पर अपने एयर डिफेंस सिस्टम को और मजबूत करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइल प्रणालियां खरीदना चाहता है। S-400 मिसाइल, S-300 का उन्नत संस्करण है। अलमाज़-एन्टे ने इसका उत्पादन किया। ये मिसाइल सिस्टम रूस में 2007 से सेवा में है। ये मिसाइल 300 किमी से ज्यादा की रेंज में एयरक्रॉफ्ट, विमान या फिर ड्रोंस को नष्ट करने में सक्षम है।

 


गौरतलब है कि इंडियन एयर फोर्स को पहले से और ज्यादा मजबूत करने और चीन से बेहतर रक्षा प्रणाली देने के लिए दोनों देशों को बीच पिछले साल समझौता हुआ था। रूस ने भारत से अपनी दोस्ती निभाते हुए S-400 डिफेंस सिस्टम के समझौते पर सहमति जताई थी। रूस दौरे पर गए पीएम मोदी ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनो देशों के बीच कई समझौते हुए थे। इनमें से सबसे अहम S-400 डिफेंस सिस्टम का समझौता था।

Similar News