सऊदी अरब में 35 साल बाद फिर खुलेंगे सिनेमाघर, सरकार ने दी इजाजत

सऊदी अरब में 35 साल बाद फिर खुलेंगे सिनेमाघर, सरकार ने दी इजाजत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-12 04:39 GMT
सऊदी अरब में 35 साल बाद फिर खुलेंगे सिनेमाघर, सरकार ने दी इजाजत

डिजिटल डेस्क, अबूधाबी। सऊदी अरब में करीब 35 साल से सिनेमाघरों पर लगी पाबंदी को हटाने का फैसला लिया है। देश के कल्चर एंड इन्फोर्मेशन मिनिस्ट्री का कहना है कि मार्च 2018 तक सऊदी अरब में सिनेमाघर दोबारा से खुल सकते हैं। सरकार का ये फैसला भी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन-2030 का हिस्सा बताया जा रहा है। बता दें कि कट्टरपंथियों के दवाब की वजह से 1980 में पूरे देश में सिनेमाघरों पर बैन लगा दिया गया था।


मिनिस्ट्री का क्या है कहना? 

मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक, सऊदी अरब की कल्चर एंड इन्फोर्मेशन मिनिस्ट्री ने करीब 35 सालों से लगे सिनेमाघरों पर बैन को हटा दिया है। मिनिस्ट्री का कहना है कि देश का बोर्ड ऑफ द जनरल कमिशन फॉर ऑडियोविजुअल मीडिया, सिनेमाघरों को लाइसेंस देने के लिए मान गया है। ये फैसला देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए बनाए गए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के "विजन-2030" प्रोग्राम का ही हिस्सा है। विजन-2030 के तहत तेल पर डिपेंड रहे देश की इकोनॉमी में डायवर्सिटी लाना है। 

रोजगार और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा

सरकार के इस कदम से सऊदी अरब में रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। कल्चर और इन्फोर्मेशन मिनिस्टर अव्वाद अल अव्वाद का कहना है कि "देश में सिनेमाघरों को फिर से खोलने से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और इससे डायवर्सिटी आएगी।" उन्होंने बताया कि "एसा करके हम एक बड़ा कल्चरल सेक्टर तैयार करेंगे, जिससे रोजगार और ट्रेनिंग के अवसर पैदा होंगे। इसके साथ ही सऊदी अरब में एंटरटेनमेंट के ऑप्शन भी बढ़ेंगे।" मिनिस्ट्री को उम्मीद है कि साल 2030 तक देश भर में 300 से ज्यादा सिनेमाघर होंगे, जिनमें 2 हजार से ज्यादा स्क्रीन्स पर फिल्में देखी जा सकेंगी।

कट्टरपंथियों ने करवा दिए थे बंद

बताया जाता है कि 1970 के दशक तक सऊदी अरब में सिनेमाघर हुआ करते थे, लेकिन बाद में यहां के मौलवियों ने मजहब का हवाला देकर इन सिनेमाघरों को बंद करवा दिया था। सरकार ने भी इन मौलवियों की बातों में आकर सिनेमाघरों को मजहब के लिए खतरा मानते हुए बैन कर दिया था। इसके बाद इसी साल जनवरी में एक मौलवी ने भी सिनेमाघरों को दोबारा न खोलने की चेतावनी दी थी। इस मौलवी का कहना था कि अगर देश में दोबारा से सिनेमाघर खोले जाते हैं, तो समाज के मोरल वैल्यूज को नुकसान पहुंचेगा।

फिल्ममेकर्स ने क्या कहा था? 

सऊदी अरब में सिनेमाघरों पर बैन लगाने पर फिल्म मेकर्स ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। एक तरफ जहां कट्टर मौलवी देश में सिनेमाघरों पर बैन लगाने की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ फिल्म मेकर्स का कहना था कि यूट्यूब के जमाने में सिनेमाघरों पर पाबंदी लगाने का कोई मतलब नहीं है। फिल्म मेकर्स का ये भी कहना था कि इंटरनेट के जरिए सऊदी अरब की फिल्में पूरी दुनिया में पहुंच रही हैं और इन्हें काफी पसंद भी किया जा रहा है।

इस साल कई बड़े फैसले ले चुके हैं क्राउन प्रिंस

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान इस साल देश के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने काफी समय से चले आ रहे फैसलों और नियमों को बदल दिया है। इसके पीछे क्राउन प्रिंस का कहना है कि वो देश को "उदार इस्लाम" की तरफ ले जाना चाहते हैं। इसी साल सितंबर में सऊदी की महिलाओं को ड्राइविंग करने का अधिकार दिया गया है। जिसके बाद यहां की महिलाएं जून 2018 के बाद से गाड़ियां चलाने लगेंगी। इसके साथ ही इस साल यहां पर कई कॉन्सर्ट और कॉमिक-कॉन फेस्टिवल हो चुके हैं। इसके अलावा देश में जिन चीजों पर कई सालों से पाबंदी लगी हुई थी, उनको भी हटा दिया गया है।

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