श्रीलंका हमले का मास्टरमाइंड जाहरान हाशिम तीन महीने तक भारत में था सक्रिय

श्रीलंका हमले का मास्टरमाइंड जाहरान हाशिम तीन महीने तक भारत में था सक्रिय

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-30 08:27 GMT
हाईलाइट
  • केरल और तमिलनाडु में थी जाहरान हाशिम की सक्रियता
  • जाहरान हाशिम के काॅल डेटा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने निकाली जानकारी
  • श्रीलंका हमले से पहले भारत में 3 महीने तक सक्रिय था श्रीलंका हमले का मास्टरमाइंड जाहरान हाशिम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। श्रीलंका हमले का मास्टरमाइंड जाहरान हाशिम लंबे समय से केरल और तमिलनाडु में सक्रिय था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के मुताबिक श्रीलंका में हमले से पहले हाशिम लगभग तीन महीने तक भारत में सक्रिय था। इस मामले में एनआईए ने केरल के पलक्कड़ से रियाज अबुबकर उर्फ अबु दुजाना को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी को रियाज के IS से संबंध होने का शक है। वह केरल में फिदायीन हमले की फिराक में था। बता दें कि हाशिम ने नेशन ऑफ थॉवीथ जमात नाम से अलग आतंकी संगठन बना लिया था। इसमें लगभग 35 लोगों को भर्ती भी किया था। माना जा रहा है कि इन लोगों ने ही श्रीलंका में चर्च पर हुए हमले को अंजाम दिया।

रियाज ने एनआईए को पूछताछ में बताया कि वह पिछले एक साल से हाशिम और इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के भाषण सुन रहा था। वह केरल में आत्मघाती हमले कराने की फिराक में था। जांच एजेंसी के आईजी आलोक मित्तल का कहना है कि हमले के लिए जिम्मेदार मानी जा रही नेशनल थॉवीथ जमात (एनटीजे) से हाशिम अलग हो चुका था। जांच में पता चला है कि रियाज फरार आतंकी अब्दुल राशिद अब्दुल्ला के संपर्क में भी था। वह उसके आडियो संदेश सुना करता था। रियाज इन संदेशों को आगे भी भेजा करता था ताकि युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर जाने के लिए भड़काया जा सके। माना जा रहा है कि अब्दुल्ला फिलहाल अफगानिस्तान में जाकर छिप गया है।

रियाज इसके अतिरिक्त सीरिया में रह रहे आतंकी अब्दुल कय्यूम के संपर्क में भी था। केरल के वलपट्टनम मामले में कय्यूम मुख्य आरोपी है। जांच एजेंसी ने रियाज के घर पर 2016 के उस मामले में रेड की थी, जिसमें केरल के 22 युवा आईएसआईएस में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान भेजे गए थे। सूत्रों का कहना है कि हाशिम के साथ रियाज का वीडियो कुछ उसी तरह का है, जैसा आईएस के छह संदिग्धों के फोन से पिछले साल सितंबर में बरामद किया गया था। उस दौरान कोयंबटूर में धरपकड़ की गई थी। कोयंबटूर मामला पिछले साल एनआईए के सुपुर्द किया गया था। 

 

Tags:    

Similar News