सीरिया ने देश के पुनर्निर्माण के लिए भारतीय कंपनियों से मांगी मदद

सीरिया ने देश के पुनर्निर्माण के लिए भारतीय कंपनियों से मांगी मदद

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-01 17:38 GMT
सीरिया ने देश के पुनर्निर्माण के लिए भारतीय कंपनियों से मांगी मदद
हाईलाइट
  • अब्बास ने भारतीय निवेशकों और व्यापारिक कंपनियों को सीरिया में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
  • एक उच्च स्तरीय भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल
  • सरकारी अधिकारियों के साथ सितंबर के पहले सप्ताह में सीरिया का दौरा करेगा।
  • भारत के सीरियाई राजदूत डॉ रियाद अब्बास ने भारतीय कंपनियों से अपील की कि वे सीरिया के पुनर्निर्माण करने में मदद करें।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में सीरियाई राजदूत डॉ रियाद अब्बास ने बुधवार को भारतीय कंपनियों से अपील की है कि वे युद्ध-ग्रस्त सीरिया के पुनर्निर्माण करने में मदद करें। यहां मीडिया को संबोधित करते हुए अब्बास ने भारतीय निवेशकों और व्यापारिक कंपनियों को सीरिया में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।

डॉ रियाद अब्बास ने कहा, "हमारी प्राथमिकता यह है कि भारतीय कंपनियां सीरिया के पुनर्निर्माण में हमारी सहायता करें। भारतीय निवेशकों के लिए सीरिया के द्वार पूरी तरह से खुले हैं और वह सभी सुविधाएं भारतीय कंपनियों को उपलब्ध कराएगा।" अब्बास ने बताया कि एक उच्च स्तरीय भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल, सरकारी अधिकारियों के साथ सितंबर के पहले सप्ताह में सीरिया का दौरा करेगा।

 



अब्बास ने कहा, "अपने देश में आतंकवादियों का सफाया करने के लिए सीरिया हमेशा से सक्षम था, हम इसमें कामयाब भी हुए हैं। अब हम सीरिया का पुनर्निर्माण करने की योजना बना रहे हैं और हम अपने दोस्तों विशेष रूप से भारत से मदद की तलाश में हैं।"

 



संघर्ष के दौरान सीरिया के साथ खड़े होने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा, "सीरियाई सरकार अपने देश पर भारत के रुख की सराहना करती है। हम संकट के दौरान सहायता प्रदान करने के लिए विशेष रूप से चिकित्सा सहायता और भोजन प्रदान करने के लिए भारत सरकार के आभारी हैं।" इसके अलावा, उन्होंने भारतीय कंपनियों और निवेशकों को आने वाले 60वें दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

अब्बास ने आगे कहा, "हम दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में भाग लेने के लिए भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को प्रोत्साहन देना शुरू कर देंगे। मैं सभी को आने और मेले को कवर करने के लिए आमंत्रित करता हूं।" सीरियाई दूतावास ने 1000 सीरियाई छात्रों को भारत में अध्ययन करने के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल की भी सराहना की।

अब्बास ने कहा, "आठ साल तक चले संघर्ष के बाद अब सीरिया निवेशकों के लिए इतना खुला है जितना पहले कभी नहीं था। उन्होंने कहा, सरकार और सीरियाई सेना ने सामूहिक रूप से आतंकवादियों को हरा दिया है।"

अब्बास ने कहा, "सीरिया को अस्थिर करने के पीछे इजरायल के फायदे, सीरिया में प्राकृतिक संसाधनों को नियंत्रित करने, कतर से सीरिया तक यूरोप तक पाइपलाइनों का विस्तार करने जैसे उद्देश्य थे"

अब्बास ने पिछले महीने हेलसिंकी में अपनी बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन द्वारा की गई प्रतिबद्धता को भी याद किया, जिसमें दोनों नेताओं ने फैसला किया कि सीरिया के लोगों को युद्धग्रस्त देश में संकट को समाप्त करने में भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर-अल असद सत्ता में बने रहेंगे।

गौरतलब है कि सीरिया में 2011 में गृहयुद्ध छिड़ गया था, इस्लामिक स्टेट (IS) की एंट्री ने इस युद्ध और ज्यादा भड़का दिया। इसके बाद, अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 2014 से युद्धग्रस्त देश में आतंकवादी समूह के खिलाफ हवाई हमले शुरू कर दिए। इसमें हजारों नागरिकों की भी जान चली गी और कई अन्य लोगों को विस्थापित होना पड़ा। हालांकि अब IS को सीरिया के विभिन्न हिस्सों से बाहर खदेड़ दिया गया है, फिर भी देश के दूरदराज के हिस्सों में इनका उपस्थिति है।

Similar News