ट्रंप की चेतावनी- पत्रकार खशोगी के गायब होने में अगर सऊदी का हाथ हुआ तो मिलेगी गंभीर सजा
ट्रंप की चेतावनी- पत्रकार खशोगी के गायब होने में अगर सऊदी का हाथ हुआ तो मिलेगी गंभीर सजा
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब को "गंभीर दंड" देने की चेतावनी दी है।
- जमाल खसोग्गी के मारे जाने की भी आशंका जताई जा रही है। ट्रंप ने सीबीएस न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में ये बात कही है।
- प ने कहा कि यदि पत्रकार जमाल खशोग्गी के गायब होने में सऊदी का हाथ हुआ तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब को "गंभीर सजा" देने की चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि यदि पत्रकार जमाल खशोगी के गायब होने में सऊदी का हाथ हुआ तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जमाल खशोगी के मारे जाने की भी आशंका जताई जा रही है। ट्रंप ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ये बात कही है। बता दें खशोगी की मंगेतर ने इस मामले में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मदद की गुहार लगाई है।
ट्रंप ने कहा, सऊदी अरब वाशिंगटन पोस्ट के कॉन्ट्रीब्यूटर खशोगी के गायब होने के पीछे हो सकता हैं। खशोगी तब से मिसिंग है, जब से वह 2 अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित वाणिज्य दूतावास में गए थे। तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि खशोगी की अंदर हत्या कर दी गई है। हालांकि सऊदी अरब निशानेबाज द्वारा खशोगी की हत्या के आरोपों को खारिज कर चुका है। ट्रंप ने कहा, हम इसकी तह तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। दोषी को कड़ी सजा मिलेगी। जब ट्रंप से सवाल किया गया कि क्या सऊदी के इनकार के बाद भी आप मानते है कि वह खशोगी के मर्डर के पीछे है? ट्रंप ने कहा, फिलहाल सऊदी ने इससे इनकार कर दिया है, लेकिन इन्वेस्टिगेशन की जा रही है। सऊदी के इसके पीछे होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि खशोगी अमेरिकी निवासी हैं। उन्होंने सऊदी अरब के राजकुमार सलमान के शासन और उनके बेटे मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ भी कई लेख लिखे थे। आखिरी बार वह 2 अक्तूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास के अंदर जाते हुए देखे गए थे। तुर्की के अधिकारियों के अनुसार उन्हें लगता है कि दूतावास के अंदर खशोगी की हत्या कर दी गई है। खशोगी के दोस्तों का कहना है कि कई सऊदी अधिकारियों ने खशोगी से संपर्क कर सुरक्षा प्रदान करने और ऊंचे पद पर सरकारी नौकरी देने को भी कहा था। लेकिन उन्होंने शर्त रखी थी कि खशोगी को सऊदी वापस आना होगा। लेकिन उन्हें इन सभी प्रस्तावों पर शक था।