जर्नलिस्ट खशोगी को हत्या से पहले उंगलियां काटकर दी गई यातनाएं : तुर्की मीडिया

जर्नलिस्ट खशोगी को हत्या से पहले उंगलियां काटकर दी गई यातनाएं : तुर्की मीडिया

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-17 18:16 GMT
जर्नलिस्ट खशोगी को हत्या से पहले उंगलियां काटकर दी गई यातनाएं : तुर्की मीडिया
हाईलाइट
  • वॉशिंगटन पोस्ट के जर्नलिस्ट जमाल खशोगी के गायब होने की गुत्थी सुलझती हुई नजर आ रही है।
  • खशोगी की उंगलियां काट दी गई थी जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई।
  • बुधवार को एक तुर्की दैनिक ने दावा किया कि खशोगी को इस्तांबुल में रियाद के वाणिज्य दूतावास में यातना दी गई थी।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। वॉशिंगटन पोस्ट के जर्नलिस्ट जमाल खशोगी के गायब होने की गुत्थी सुलझती हुई नजर आ रही है। बुधवार को एक तुर्की दैनिक ने दावा किया कि खशोगी को इस्तांबुल में रियाद के वाणिज्य दूतावास में यातना दी गई थी। खशोगी की उंगलियां काट दी गई थी, जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई। एक ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर तुर्की दैनिक ने ये दावा किया है। बता दें कि 2 अक्टूबर को दूतावास में जाने के बाद से ही खशोगी गायब है। अगर सऊदी पर खशोगी के हत्या के आरोप साबित हो जाते है तो इसका असर ऑइल मार्केट पर भी पड़ सकता है।

तुर्की अधिकारियों को संदेह है कि सऊदी अरब ने खशोगी की हत्या करवा दी है। हालांकि, रियाद जोर देकर कहता रहा हैं हत्या के दावे "आधारहीन" हैं। तुर्की दैनिक येनी सफक का हवाला देते हुए, AFP ने बताया कि खशोगगी के कथित हत्यारों ने पूछताछ के दौरान उंगलियां काटकर यातना दी थी। येनी सफक ने इस घटना की कई रिकॉर्डिंग सुनने का दावा किया है। समाचार पत्र ने कहा कि वॉशिंगटन पोस्ट के कॉन्ट्रीब्यूटर का इसके बाद सिर कलम कर दिया गया।

वॉशिंगटन पोस्ट इससे पहले ये बात कहता रहा है कि ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग से ये साबित होता है कि खशोगी की दूतावास में हत्या कर दी गई है, लेकिन यह पहली बार तुर्की मीडिया ने टेप सुनने का दावा किया है। तुर्की दैनिक येनी सफक के मुताबिक इस्तांबुल में सऊदी राजदूत मोहम्मद अल-ओटाइबी की आवाज खशोगी को टॉर्चर करते वक्त सुनी जा सकती है। इसमें वह कह रहे है "ये सब बाहर करो, आप मुझे परेशानी में डाल देंगे।" एक दूसरे टेप में वह कह रहे है, यदि आप सऊदी अरब आने पर जीना चाहते हैं, तो चुप रहो! येनी सफक ने यह नहीं बताया कि उनके पास यह टेप कहा से आए।

इससे पहले मंगलवार को तुर्की अधिकारियों ने CNN को बताया कि खशोगी को दूतावास में मारने के बाद "टुकड़ों में काटा गया" था। वहीं एक उच्चस्तरीय तुर्की अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस से नाम न बताने की शर्त पर बात करते हुए कहा था कि पुलिस को सऊदी वाणिज्य दूतावास में सर्चिंग के दौरान "कुछ सबूत" मिले हैं, जिससे साबित होता है कि खशोगी को यही पर मारा गया था। हालांकि अधिकारी ने ये नहीं बताया कि कौनसा सबूत है जो तुर्की के हाथ लगा है।

तुर्की के एक इंटरनेशल न्यूज चैनल टीआरटी वर्ल्ड ने सिलसिलेवार तरीके से खशोगी की हत्या को समझाया है: 

  • 28 सितंबर को खशोगी अपनी तुर्किश मंगेतर से शादी के लिए जरूरी दस्तावेज लेने सऊदी दूतावास पहुंचे। सउदी राजदूत ने उन्हें अगले हफ्ते आने को कहा।
  • 2 अक्टूबर को सबह 3:28 पर सऊदी अरब के दो चार्टर्ड प्लेन इस्तांबुल के अटाटुर्क एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं। इस प्लेन में 15 लोग थे जिन्हें खशोगी का हत्यारा माना जा रहा है। इनमें से कुछ संदिग्धों को बॉर्डर कंट्रोल पर देखा गया। 
  • इसके बाद 04.51 AM पर कुछ संदिग्धों को मूवेनपिक होटल में चैक इन करते हुए देखा गया। ये होटल सऊदी दूतावास से 1.4 किमी दूर है। बाकी विंधाम ग्रैंड होटल में देखे गए जोकि दूतावास से 2.2 किमी दूर है।
  • 01:14 PM पर जमाल खशोगी को दूतावास में जाते हुए देखा गया। उनकी मंगेतर हेटिस सेनिज़ खशोगी का फोन लेकर बाहर खड़ी हुई थी। खशोगी ने उन्हें कहा था कि अगर वह नहीं लौटे तो तुर्की अधिकारियों को कॉल कर देना। 
  • 03:08 PM पर दो सऊदी दूतावास की गाड़ियां बिल्डिंग से बाहर आती हुई दिखी। 
  • 03:11 PM पर एक गाड़ी सऊदी राजदूत के आवास पर आती हुई दिखी, जोकि दूतावास से 200 मीटर से भी कम दूरी पर है। 
  • 05:33 PM पर खशोगी की मंगेतर बाहर इंतजार करती हुई दिखाई दी।
  • 07:57 और 08:11 PM पर संदिग्धों ने होटल से चेक आउट किया। 
  • रात 9 बजे सऊदी का जेट इस्तांबुल के अटाटर्क एयरपोर्ट से संदिग्धों को लेकर उड़ गया।
  • इसके बाद 3 अक्टूबर को मीडिया में आया कि खशोगी गुम हो गए हैं। इसके बाद सऊदी ने कहा कि गुम होने से पहले वह तुर्की दूतावास से जा चुके थे। 
  • 6 अक्टूबर को मीडिया रिपोर्ट्स में रिकॉर्डिंग के आधार पर दावा किया गया कि खशोगी की दूतावास में हत्या कर दी गई है।
  • 10 अक्टूबर को तुर्की मीडिया को वो फुटेज मिले जिसमें खशोगी दूतावास के अंदर जाते हुए दिखाए दे रहे हैं।  
  • 11 अक्टूबर को वॉशिंगटन पोस्ट ने दावा किया कि तुर्की के पास ऑडियो और वीडियो है जो साबित करते है कि खशोगी की हत्या कर दी गई है। इसके बाद सऊदी की इन्वेस्टिगेशन टीम तुर्की के साथ मामले की जांच के लिए अंकारा पहुंची।
  • 14 अक्टूबर को तुर्की के राष्ट्रपति  रिसेप तइप एर्डोगन और सऊदी किंग सलमान ने फोन पर मामले को लेकर बातचीत की।
  • 15 अक्टूबर को तुर्की के इन्वेस्टिगेटर पहली बार दूतावास में तफ्तीश के लिए पहुंचे।
 
ऑइल मार्केट पर क्या पड़ेगा असर?
अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप सऊदी को चेतावनी दे चुके हैं कि खशोगी के गायब होने में अगर उसका हाथ हुआ तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अमेरिका के कार्रवाई करने से दोनों देशों के संबंध खराब हो सकते हैं और इसका असर ऑइल मार्केट पर पड़ सकता है क्योंकि 4 नवंबर से ईरान पर तेल प्रतिबंध लागू हो रहे हैं। इसके बाद तेल की आपूर्ति के लिए विश्व की नजरें सऊदी पर टिकी है। अगर सऊदी तेल उत्पादन बढ़ाने से इनकार कर देता है तो फिर कच्चे तेल की कीमतों में उबाल आ जाएगा। सऊदी के एक समाचार पत्र के मुताबिक अगर खशोगी मामले को लेकर सउदी पर दबाव बनाया जाता है तो तेल की कीमतें 100 - 200 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है। फिलहाल कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। 

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