सीरिया हमले की UN नहीं करेगा निंदा, रूस का प्रस्ताव खारिज
सीरिया हमले की UN नहीं करेगा निंदा, रूस का प्रस्ताव खारिज
डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। अमेरिका, फ्रांस और ब्रिट्रेन के शनिवार को संयुक्त रूप से सीरिया पर किए गए हमले की निंदा यूनाइटेड नेशन (UN) नहीं करेगा। इस हमले के बाद चीन की विशेष मांग पर UN की इमरजेंसी मीटिंग की गई थी। मीटिंग में सीरिया हमले की निंदा करने के लिए रूस के वोटिंग करवाने की मांग को खारिज कर दिया गया।
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस की आलोचना
जानकारी के मुताबिक रूस द्वारा अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के संयुक्त हमले की आलोचना के साथ इस मीटिंग की शुरुआत हुई। बैठक में अमेरिका के तेवर में कोई बदलाव नहीं आया और साफ कह दिया कि उसे अपने इस फैसले पर कोई पछतावा नहीं हैं। वह सीरिया पर दोबारा हमले के लिए भी तैयार है। UN में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली की तरफ से कहा गया, अगर सीरिया दोबारा कैमिकल अटैक करता है तो फिर सीरिया पर फिर से हमला किया जाएगा।
100 से ज्यादा मिसाइल से हमला
बता दें कि सीरिया में हुए कैमिकल अटैक के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने सीरिया पर शनिवार को हमला किया। हमला राजधानी दमिश्क और उसके आस-पास के शहरों पर किया गया है। राजधानी के आस-पास मौजूद सीरियाई सेना और "केमिकल रिसर्च सेंटर" को इस हमले में निशाना बनाया गया। 70 मिनट में 100 से ज्यादा मिसाइल दागी गई। इस हमले में तीनों देशों ने कई अत्याधुनिक हथियारों जैसे, B-1 बॉम्बर्स, टोरनैडो जेट्स के साथ युद्धपोत का भी प्रयोग किया।
रूस ने जताई कड़ी आपत्ति
रूस, चीन सहित अन्य देशों ने इस हमले पर नाराजगी जताई थी। एयरस्ट्राइक के बाद रूस की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया पर हमला किया है, इसका नतीजा भयंकर हो सकता है। रूस ने यह भी कहा कि तीनों देशों को समझना चाहिए कि इस हमले का परिणाम युद्ध के रूप में भी हो सकता है। वहीं चीन ने कहा था कि एकतरफ़ा सैन्य कार्रवाई सुरक्षा परिषद के सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन करती है।