US capitol hill violence live updates: ट्रंप समर्थकों के हंगामे के बाद संसद जारी, सीनेट पर कब्जे की कोशिश, हिंसा में एक महिला की मौत

US capitol hill violence live updates: ट्रंप समर्थकों के हंगामे के बाद संसद जारी, सीनेट पर कब्जे की कोशिश, हिंसा में एक महिला की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-07 04:15 GMT

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अमेरिका में वही हुआ जिस बात का डर बना हुआ था। 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के कुछ दिन बाद ये तय हो चुका था कि जो बाइडेन ही दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति बनेंगे, हुआ भी कुछ वैसा ही। वोटिंग के 64 दिन बाद जब अमेरिकी संसद बाइडेन की जीत पर मुहर लगाने जुटी तो अमेरिकी लोकतंत्र शर्मसार हो गया। 

दरअसल, जब भारत में देर रात का वक्त था तब अमेरिका में हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक हथियारों के साथ कैपिटल हिल में घुस गए, जमकर तोड़फोड़ की, सीनेटरों को बाहर किया और सीनेट पर कब्जा करने की कोशिश की। हालांकि सुरक्षाबल प्रदर्शनकारियों को बाहर निकलने में कामयाब रहे। फिलहाल कैपिटल हिल सुरक्षित है। कई घंटे के संघर्ष के बाद संसद की कार्यवाही फिर शुरू हुई। यह अब भी जारी है। 

अमेरिका में हुई इस हिंसा को लेकर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, लोकतंत्र बचाने के लिए अमेरिका को अच्छे लोगों की जरुरत है। कैपिटल हिल में जो हुआ वह लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना है। वहीं, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा, अमेरिका में लोकतंत्र पर हमले से चिंतित हूं। अमेरिका में ये एक दुखद घटना है। 

अमेरिका में ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई ये कोई पहली हिंसा नहीं है। इससे पहले भी ट्रंप समर्थक कई बार इस तरह की हिंसा कर चुके हैं। कैपिटल हिल में हुए बवाल के बाद डोनाल्ड ट्रंप नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के निशाने पर है। सभी ने इस घटना की निंदा की है और डोनाल्ड ट्रंप को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। जो बाइडेन ने कहा कि ट्रंप को तुरंत देश से माफी मांगनी चाहिए। 

ट्रंप को सत्ता में बनाए रखने की कोशिश 
कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज बनाने की प्रक्रिया चल रही थी। बाइडेन के राष्ट्रपति बनने पर मुहर लगाने की ये अंतिम तैयारी थी। लेकिन ट्रंप समर्थक प्रदर्शन करते हुए हाथों में हथियार लेकर कैपिटल हिल पहुंच गए। यहां उन्होंने मार्च निकाला, नारेबाजी की, ट्रम्प के समर्थक दंगाइयों में तब्दील हो गए। संसद में घुसे। तोड़फोड़ और हिंसा की। गोली भी चली और इसमें एक महिला मारी गई। यहां डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता में बनाए रखने, दोबारा वोटों की गिनती करवाने की मांग की जा रही थी। 


 

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