एजेंटों की मदद से बांग्लादेशियों ने बनवा लिए आधार और पैनकार्ड, 11 धराए

एजेंटों की मदद से बांग्लादेशियों ने बनवा लिए आधार और पैनकार्ड, 11 धराए

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-06 17:53 GMT
एजेंटों की मदद से बांग्लादेशियों ने बनवा लिए आधार और पैनकार्ड, 11 धराए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आतंकवाद निरोधक दस्ते ATS ने मुंबई से सटे वसई इलाके से 11 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात है कि पकड़े गए लोगों ने स्थानीय एजेंटों की मदद से पैन कार्ड और आधार कार्ड भी बनावा लिए थे। कोर्ट में पेशी के बाद सभी आरोपियों को आठ दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। गुप्त सूचना के आधार पर ATS की विक्रोली यूनिट ने बुधवार को नालासोपारा के घासरोड स्थित टेकीपाडा इलाके में छापेमारी की। यहां अधिकारियों को 11 बांग्लादेशी मिले। पकड़े गए लोगों ने हिंदुस्तानी होने का दावा करते हुए अधिकारियों को आधारकार्ड और पैन कार्ड भी दिखाए, लेकिन जांच में पता चला कि ये फर्जी कागजात के आधार पर स्थानीय एजेंटों की मदद से बनाए गए थे। ATS के मुताबिक पकड़े गए लोग बांग्लादेश के सतखीरा और जाशोर इलाकों के रहने वाले हैं। उन्होंने अवैध रुप से बिना इजाजत सीमा पार की और वसई तक आ पहुंचे। पकड़े गए आरोपियों की उम्र 18 साल से 57 साल के बीच बताई जा रही है

मामले की पड़ताल में जुटी पुलिस
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए सभी बांग्लादेशी लेबर का काम कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी पहचान छिपा रखी थी। आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजने के बाद ATS इस बात की जांच कर रही है कि आखिर ये लोग कितने दिनों से भारत में रह रहे है। इसके अलावा यहां आने के पीछे उनका मंसूबा क्या है। इसकी जांच की जा रही है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उनके पास से अधिकारिक दस्तावेज हासिल नहीं हुआ। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि सभी बांग्लादेशी से अवैध तरीके से घुसे होंगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस इस बाद की भी जांच कर रही है कि इनका संबंध किसी आतंकी संगठन से तो नहीं हैं।

राजस्थान के भिवाड़ी में हुई थी बांग्लादेशियों पर कार्रवाई
हाल ही में राजस्थान के भिवाड़ी में छिपे अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई के बाद खलबली मची थी। स्पेशल ब्रांच की टीम की कार्रवाई से बचकर भागे 40 से ज्यादा बांग्लादेशी दलालों की मदद से लगातार ठिकाने बदल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक भिवाड़ी से निकले बांग्लादेशियों ने हरियाणा के इलाकों में शरण ले ली है। ताकि दो राज्यों की पुलिस के बीच का मामला होने से उन्हें बचने का मौका मिल जाए। 22 नवम्बर को भिवाड़ी पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने मिलकपुर गांव के समीप बने विधायकों के क्वार्टरों के पीछे पड़ी झुग्गियों में रह रहे 4 बांग्लादेशियों को पकड़ा था। जिनमें से दो युवक अपने परिवारों के साथ कुछ महीने से ही यहां रहने लगे थे।

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