कुमार विश्वास को लेकर दो पक्षों में बंटी पार्टी, राज्यसभा पर फंस गई 'AAP'?
कुमार विश्वास को लेकर दो पक्षों में बंटी पार्टी, राज्यसभा पर फंस गई 'AAP'?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी राज्य सभा सीट के टिकट को लेकर फंसती नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी को 5 जनवरी से पहले-पहले इन तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों को तय कर लेना होगा। मगर अभी तक एक भी नाम तय नहीं हो पाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास अपने "AAP" को राज्यसभा में देखना चाहते हैं, लेकिन पार्टी के सदस्य इसके समर्थन में नजर नहीं आ रहे हैं। विश्वास को लेकर पार्टी दो हिस्सों में बंटती नजर आ रही है। बता दें कि नामांकन की अंतिम तारीख 5 जनवरी है, ऐसे में "AAP" की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
आम आदमी पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और खुद सीएम अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि पार्टी के नेता नहीं बल्कि अलग-अलग फिल्ड के एक्सपर्ट और जानकार को राज्यसभा भेजा जाए। ताकि "AAP" के टिकट पर राज्यसभा जाने पर पार्टी की बौद्धिक छवि में सुधार हो। इससे पहले भी पार्टी ने पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के सामने यह प्रस्ताव रखा था। राज्यसभा जाने का यह प्रस्ताव रघुराम ने ठुकरा दिया था। अभी तक कोई और बड़ा नाम "AAP" को नहीं मिल पाया है। हालांकि पार्टी अभी भी बाहरी उम्मीदवारों को राज्य सभा भेजने के पक्ष में है।
कुमार विश्वास को "ना" कहना पड़ेगा मुश्किल
अगर आप अपने पार्टी नेताओं में से ही किसी को राज्य सभा भेजना तय करती है तो यह मान लीजिए कि कुमार विश्वास को ना भेजने का फैसला बहुत मुश्किल हो जाएगा। पार्टी को ये समझाना होगा कि आखिर कुमार विश्वास जैसे वरिष्ठ नेता को वो ना भेजकर दूसरे नामों को आखिर किस आधार पर राज्यसभा के लिए नामांकित किया जा रहा है?
अजमेर से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव!
कुमार विश्वास का यह मामला अब राजस्थान पहुंच गया है। यहां राजस्थान के कुछ कार्यकर्ता जहां कुमार विश्वास को अजमेर लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी की राजस्थान इकाई के ट्विटर हैंडल से इस मांग को षड्यंत्र बताया गया है। AAP की राजस्थान इकाई के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, "AAP राजस्थान के कुछ कार्यकर्ता केंद्रीय कार्यालय के कुछ भ्रामक लोगों के षड्यंत्र के प्रभाव में आ रहे हैं। अजमेर लोकसभा से कुमार विश्वास की उम्मीदवारी की सूचना गलत है। राजस्थान की धरती पर यहीं का कार्यकर्ता लड़ेगा। कुमार विश्वास समय पर यहां प्रचार करें और चुनाव जितवाएं यह खुशी की बात होगी।"
जब फरवरी 2015 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तभी से संसद ऊपरी सदन राज्य सभा में आप को 3 सीट मिलना निश्चित हो गया था, क्योंकि दिल्ली जिसकी सरकार होती हैं यहां तीनों राज्य सभा सीट उसी पार्टी को मिलती हैं। यह सब मालूम होने के बावजूद आम आदमी पार्टी किन तीन नामों को राज्य सभा भेजेगी ये अभी तक तय नहीं कर पाई है। आपको बता दें कि 5 जनवरी नामांकन का अंतिम दिन है और 3-4 जनवरी पार्टी की पीएसी की बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा। 16 जनवरी को राज्य सभा चुनाव के वोट डाले जाएंगे।