India-China Dispute: वायुसेना प्रमुख ने कहा- हम जवाब के लिए तैयार, व्यर्थ नहीं जाएगा गलवान घाटी के शहीदों का बलिदान

India-China Dispute: वायुसेना प्रमुख ने कहा- हम जवाब के लिए तैयार, व्यर्थ नहीं जाएगा गलवान घाटी के शहीदों का बलिदान

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-20 05:09 GMT
India-China Dispute: वायुसेना प्रमुख ने कहा- हम जवाब के लिए तैयार, व्यर्थ नहीं जाएगा गलवान घाटी के शहीदों का बलिदान

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। भारत और चीन के बीच एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे सीमा विवाद के बीच वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया का बयान सामने आया है। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि "मैं देश को ये आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम किसी भी आपात स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और कभी भी गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे। वायु सेना प्रमुख हैदराबाद में इंडियन एयरफोर्स अकैडमी की पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने ये बयान दिया। 

 

 

स्थितियां खराब होती तो मैं इस वक्त यहां नहीं होता
वायु सेना प्रमुख ने लद्दाख के हालातों के लेकर कहा, अगर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर स्थितियां बहुत खराब होतीं तो मैं इस वक्त यहां पर नहीं होता। हमें सभी स्थितियों का अंदाजा है और हम उनकी भी सभी तैयारियों से वाकिफ हैं। फिर चाहे वो उनकी एयर डिप्लॉयमेंट की बात हो या किसी भी और तैयारी की। हमने सभी स्थितियों की समीक्षा की है और इनसे निपटने के लिए तमाम जरूरी कदम भी उठाए गए हैं।

LAC में मौजूदा स्थिति को शांति से हल के प्रयास
सैन्य वार्ता में हुए अग्रीमेंट के बाद भी चीन की अस्वीकार्य कार्रवाई और जवानों के शहीद होने के बावजूद सभी प्रयास यह सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे हैं कि LAC में मौजूदा स्थिति को शांति से हल किया जाए। लेकिन यह बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि हम किसी भी आकस्मिकता का जवाब देने के लिए अच्छी तरह से तैयार और उपयुक्त रूप से तैनात हैं। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि हम स्थिति से निपटने के लिए दृढ़ हैं और गलवान घाटी के बहादुरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

एक महीने से ज्यादा समय से चल रहा विवाद
भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से लद्दाख सीमा पर विवाद चल रहा है। पांगोंग लेक, गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग सहित अन्य क्षेत्रों में चीनी सैनिकों के दाखिल होने से ये विवाद पैदा हुआ है। 15 जून की रात लद्दाख की गलवान वैली में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के एक कर्नल और 19 जवान शहीद हो गए। चीन के भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर आई थी। हालांकि दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोली नहीं चली। 

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