मायावती से कोई झगड़ा नहीं और कांग्रेस से दोस्ती जारी रहेगी : अखिलेश

मायावती से कोई झगड़ा नहीं और कांग्रेस से दोस्ती जारी रहेगी : अखिलेश

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-05 14:38 GMT
मायावती से कोई झगड़ा नहीं और कांग्रेस से दोस्ती जारी रहेगी : अखिलेश

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस से उनकी मित्रता अब भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र में भी कांग्रेस से सम्मान चाहते हैं। तीसरे मोर्चे में शामिल होने के सवाल पर कट्टी काटते दिखाई देने वाले अखिलेश ने आगामी लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से गठबंधन के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बसपा सुप्रीमों मायावती से कोई झगड़ा नहीं है। सोमवार को मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के पदाधिकारियों से चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस से अब भी दोस्ती है।

हम चाहते हैं कि महाराष्ट्र में भी हमें सम्मान मिले। तीसरे मोर्चे में शामिल होने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी और किसान आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं से ही तीसरा मोर्चा खड़ा होगा। सपा इसका हिस्सा बनेगी क्या? इस सवाल का उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हम अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं। सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का इरादा है। इसके लिए मैं जल्द ही कुछ राज्यों का दौरा करूंगा। महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि इस राज्य में किसानों की हालत इतनी खराब हो गई है कि किसान मंत्रालय में आकर जगर पी रहे हैं।

यूपी में हो रहे फर्जी एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खात्मे के लिए चलाया जा रहा अभियान सपा अध्यक्ष को रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी में लोगों को पकड़ का मारा जा रहा है। पुलिस इसे मुठभेड़ का रुप दे रही है। इस तरह की कार्रवाई से अपराध नहीं रुकने वाला है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए किए जा रहे मुठभेड़ पर भी अखिलेश यादव ने तंज कसा है। एनकाउंटर से सूबे में कानून-व्यवस्था और अधिक खराब हो रही है। जितने एनकाउंटर हो रहे हैं उतने ही अपराध और बढ़ रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि केवल पुलिस मुठभेड़ से कानून-व्यवस्था ठीक नहीं होगी।

साजिश थी कासगंज हिंसा
सपा अध्यक्ष ने इशारे-इशारे में संघ परिवार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कासगंज में नफरत फैलाने के लिए हिंसा हुई। सारे वीडियो सामने आ चुके हैं। एक पक्ष के हाथ में तिरंगा और दूसरे पक्ष के हाथ में भगवा झंडा था। इससे समझा जा सकता है कासगंज हिंसा में किसका हाथ था। उन्होंने कहा कि जो भी यहां जन्म लिया है वह भारत का सपूत है।

Similar News