अलीगढ़ मर्डर: न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन, भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

अलीगढ़ मर्डर: न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन, भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-09 10:27 GMT
अलीगढ़ मर्डर: न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन, भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
हाईलाइट
  • टप्पल इलाके में कड़ी की गई सुरक्षा-व्यवस्था
  • भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
  • यूपी के अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्या के बाद लोगों में आक्रोश
  • विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची को अलीगढ़ सीमा के बाहर रोका गया

डिजिटल डेस्क, अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम की निर्मम हत्या के बाद से लोगों में आक्रोश से। इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। हालांकि पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन लोग आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। रविवार को न्याय की मांग को लेकर अलीगढ़ के टप्पल में विरोध- प्रदर्शन किया गया। वहीं न्याय-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।

टप्पल में हालात के बेकाबू होने के डर से रविवार को सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया। तनाव की स्थिति को देखते हुए एहतियातन प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है। वहीं धारा 144 को तोड़ने पर पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद और नजर बनाए हुए है कि कोई बवाल ना हो। वारदात के खिलाफ अलीगढ़ में हिंदू महासभा के लोग, बजरंग दल के कार्यकर्ता और मुस्लिम समाज के लोग भी सड़क पर उतरे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की। यूपी के लखीमपुर में लोग इंसाफ की मांग पर अन्न त्याग कर धरने पर बैठे हैं। 

वहीं टप्पल जा रही विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची को अलीगढ़ सीमा के बाहर ही रोका दिया गया। पुलिस ने प्राची को जेवर टोल प्लाजा पर ही रोक दिया। टप्पल में कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी खबर है। पुलिस को लाठियां भांजकर प्रदर्शनकारियों को भगाना पड़ा। अलीगढ़ के टप्पल इलाके में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एसपी (ग्रामीण) मणिलाल पाटीदार ने बताया, पुलिस के आश्वासन के बाद लोगों ने महापंचायत टाल दी है। कानून व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। 

वहीं दरिंदगी की सारी हदें पार कर देने वाली इस घटना को लेकर वकीलों ने भी मोर्चा खोल दिया है। अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने आरोपियों की तरफ से केस न लड़ने का फैसला किया है। अलीगढ़ बार एसोसिएशन के सचिव अनूप कौशिक ने बताया, बार एसोसिएशन की मीटिंग में ये फैसला लिया गया है कि कोई भी वकील आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा बल्कि उनको फांसी तक पहुंचाने की कोशिश भी की जाएगी। वहीं हत्या के दो आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज कर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में स्थानांतरित करवाने का फैसला लिया है। 

गौरतलब है कि टप्पल इलाके में 30 मई को एक ढाई साल की बच्ची घर के बाहर से गायब हो गई थी। 2 जून को उसका क्षत-विक्षत शव घर के पास कचरे के ढेर में मिला था। हालांकि पहले परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि दम घुटने से बच्ची की जान गई। पुलिस ने इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी जाहिद, उसके भाई मेहंदी, जाहिद की पत्नी और जाहिद के दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। एसआईटी जांच के बाद अब मामले की मजिस्ट्रेट से भी जांच कराई जा रही है।

Tags:    

Similar News