अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आंतकी के लिए शोक सभा, तीन छात्र सस्पेंड

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आंतकी के लिए शोक सभा, तीन छात्र सस्पेंड

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-12 05:33 GMT
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आंतकी के लिए शोक सभा, तीन छात्र सस्पेंड
हाईलाइट
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने तीन छात्रों को किया निलंबित
  • केम्पस में मनान वानी के लिए करने जा रहे थे शोकसभा
  • निलंबित किए गए छात्र जम्मू-कश्मीर के रहने वाले है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकी मन्नान वानी के लिए नमाज पढ़ने वाले तीन छात्रों को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से सस्पेंड कर दिया गया है। ये छात्र आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुए मन्ना वानी के लिए शोक सभा का आयोजन करने जा रहे थे। सभा में शामिल होने के लिए यूनिवर्सिटी के केनेडी हॉल में लगभग 15 कश्मीर छात्र एकत्र हुए। जिन्हें यूनिवर्सिटी प्रंबधन ने तत्काल रोक लिया। 

यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहसिन खान के मुताबिक तीनों छात्रों ने अनुशासनहीनता की। इन छात्रों ने यूनिवर्सिटी के नियमों का उलंघन करते हुए गैरकानूनी तरीके से एक आंतकी के पक्ष में सभा बुलाई। तीन छात्रों को सस्पेंड करने के अलावा चार छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिन चार छात्रों को नोटिस जारी किया गया है इन पर सस्पेंड किए गए छात्रों का सपॉर्ट करने का आरोप है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर कैम्पस में पढ़ने वाले सभी छात्रों को सूचित किया जा चुका है कि कैम्पस के अंदर या बाहर किसी भी प्रकार राष्ट्रविरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

बता दें कि मन्नान वानी (AMU) में रिसर्च स्कॉलर था और बीच में ही पढ़ाई छोड़कर हिज्बुल में शामिल हो गया था। सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में बुधवार को मन्नान सहित तीन आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। मन्नान की मौत के बाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों का कहना है कि सरकार को इस बात की जांच करानी चाहिए कि आखिर ऐसा क्या कारण था कि एक होनहार छात्र पढ़ाई छोड़कर आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया। सरकार को इस बात को गंभीरता से लेना चाहिए ताकि कोई अन्य युवा या छात्र ऐसा कदम न उठाए। 

 

 

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