चीन ने रोका ब्रह्मपुत्र का पानी, अरुणाचल प्रदेश में सूखे का संकट
चीन ने रोका ब्रह्मपुत्र का पानी, अरुणाचल प्रदेश में सूखे का संकट
- अरुणाचल प्रदेश के कई जिलों में सूखे का संकट
- कांग्रेस सांसद ने चिठ्ठी लिखकर भारत सरकार को अवगत कराया
- चीन ने रोका ब्रह्मपुत्र नदी का पानी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से को सूखे का सामना करना पड़ सकता है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी का पानी रोकना है। दरअसल चीन ने तिब्बत में बहने वाली यारलुंग सांगपो नदी का पानी रोक दिया है। ये नदी जब अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है तो इसको सिंयाग के नाम से जाना जाता है। आगे चलकर असम में ये ब्रह्मपुत्र के नाम से पहचानी जाती है। हालांकि चीन ने अपने गृह क्षेत्र में निजी कारणों के चलते नदी का पानी रोका है।
चीन के इस कदम के बाद अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस सांसद निनोंग एरिंग ने केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि ब्रह्मपुत्र का पानी रुक जाने से अरुणाचल प्रदेश के तूतिंग, यिंगकियोंग और पासीघाट इलाके में इसके कारण सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। उन्होंने अपनी चिट्ठी में विदेश मंत्री सुष्मा स्वराज और अर्जुन राम मेघवाल से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि, चीन के जल संसाधन मंत्रालय की जानकारी के अनुसार इस नदी के मिलिन सेक्शन में भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ है। जिसकी वजह से 16 अक्टूबर से ब्रह्मपुत्र की मुख्यधारा प्रभाव प्रभावित हुई है। कांग्रेस सांसद ने पत्र में लिखा है कि चीन यारलुंग सांगपो नदी की रुकावट पर करीबी नजर बनाए हुए है। यदि आगे की कोई सूचना आती है तो उसे हमे इसकी जानकारी देनी चाहिए और भारत सरकार को इस मामले में सक्रिय होकर उनसे बात करनी चाहिए।
गौरतलब है कि, हाल ही में भारत और चीन के बीच यारलुंग सांगपो नदी के पानी का डेटा साझा करने का करार हुआ था।अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिला प्रशासन ने जनता ने एडवाइजरी जारी कर आम नागरिकों को नदी के क्षेत्र से दूर रहने, खासकर मछली पकड़ते समय बहुत एहतियात बरतने की सलाह दी है, क्योंकि अगर चीन ने पानी छोड़ा तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है।