ओवैसी का चैलेंज, 'क्या हिंदू धर्म के नाम पर बंटने वाले पैसों पर रोक लगाएगी सरकार?'
ओवैसी का चैलेंज, 'क्या हिंदू धर्म के नाम पर बंटने वाले पैसों पर रोक लगाएगी सरकार?'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हज सब्सिडी खत्म करने के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। ओवैसी ने कहा है कि क्या सरकार हिंदू तीर्थयात्रियों को बांटे जाने वाले पैसों और सब्सिडी को खत्म करेगी? ओवैसी ने सरकार को चेलैंज देते हुए मानसरोवर यात्रा पर मिलने वाली सब्सिडी को खत्म करने की बात कही है। बता दें कि मंगलवार को केंद्र सरकार ने हज पर मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया है। सरकार की तरफ से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने खुद इस बात की जानकारी दी और कहा कि ये पैसा मुस्लिम महिलाओं की शिक्षा पर खर्च किया जाएगा।
हज सब्सिडी 2022 तक खत्म ही होने वाली थी
मंगलवार को केंद्र सरकार के फैसले के बाद मीडिया से बात करते हुए AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि "इस साल के बजट में 200 करोड़ रुपए हज सब्सिडी के लिए अलॉट किए गए हैं। हमारा बजट लाखों-करोड़ों का है और उसमें से सिर्फ 200 करोड़ रुपए हज सब्सिडी के लिए दिए हैं।" उन्होंने ये कहा कि "वैसी भी ये सब्सिडी 2022 तक सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर खत्म होने वाली थी।" ओवैसी ने कहा कि "हमने मुस्लिमों के लिए प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक और मेरिट कम मीन्स स्कॉलरशिप की मांग की है, क्या सरकार हमारी इस मांग को मानेगी? एक स्कॉलरशिप के लिए 12 लोग फॉर्म भरते हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार इस पर ध्यान दे।"
मेरा चेलैंज है- मानसरोवर यात्रा की सब्सिडी खत्म करके दिखाए
इसके आगे असदुद्दीन ओवैसी ने धर्म के नाम पर खर्च हो रहे पैसों पर सवाल उठाते हुए कहा कि "2014 में जो कुंभ मेला हुआ था, उसमें कांग्रेस सरकार ने 1150 करोड़ रुपए दिए थे। 2016 में सिंहस्थ महाकुंभ के लिए मोदी सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार को 100 करोड़ रुपए दिए। जबकि मध्य प्रदेश सरकार पहले ही 3400 करोड़ रुपए इस पर खर्च कर चुकी थी। क्या ये सही है?" उन्होंने आगे कहा कि "काशी, अयोध्या और मथुरा में टूरिज्म और धर्म के नाम पर पैसा दिया गया। योगी सरकार ने भी कह रही है कि जो भी मानसरोवर यात्रा पर जाएगा, उसे डेढ़ लाख रुपए सब्सिडी दी जाएगी। ये मेरा चैलेंज है कि क्या केंद्र सरकार इसे खत्म करेगी?" हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि "कर्नाटक में 2015 में कांग्रेस सरकार ने एलान किया था कि जो भी चारधाम की यात्रा करेगा, उसे 20 हजार रुपए दिए जाएंगे। क्या कांग्रेस उसे खत्म करेगी?"
200 करोड़ रुपए के लिए बाजा बजाया जा रहा है
हज सब्सिडी खत्म करने के सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि "यूपी में बीजेपी सरकार जो राम की लंबी-चौड़ी मूर्ति लगाने जा रही है, उसके लिए पैसा कहां से आ रहा है? सरकार का पूरा पैसा इन चीजों में ही इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन 200 करोड़ रुपए के लिए ऐसा बाजा बजाया जा रहा है, जैसे मुसलमानों के लिए बहुत कुछ कर दिया हो।" ओवैसी ने कहा कि "मैं 2006 से कह रहा हूं कि हज सब्सिडी के पैसे मुस्लिमों की शिक्षा पर खर्च किए जाएं। मेरा सवाल है कि क्या सरकार इतना पैसा अल्पसंख्यक मंत्रालय को देगी?" ओवैसी ने ये भी कहा कि केरल में जिस तरह से धर्म के नाम पर सरकार करोड़ों रुपए बांट रही है, क्या संविधान संशोधन लाकर उसे खत्म करेगी?
सब्सिडी का पैसा महिलाओं की शिक्षा पर होगा खर्च
बता दें कि मंगलवार को केंद्र सरकार ने हज पर मिलने वाली सब्सिडी को पूरी तरह से खत्म कर दिया है और ये फैसला इसी साल से लागू होगा। इसका मतलब इस साल हज जाने वाली हाजी बिना सब्सिडी के ही जाएंगे। इस बात की जानकारी देते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सब्सिडी का फायदा एजेंट्स उठा रहे थे इसलिए इसे बंद कर दिया गया है। नकवी ने बताया कि हज सब्सिडी के फंड को मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा उपलब्ध कराने पर खर्च किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हज पर जाने वाले गरीब मुस्लिमों के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को हज सब्सिडी खत्म करने का आदेश दिया था।