हम राम मंदिर के पक्ष में, अब नहीं होगी मंदिर के नाम पर राजनीति - कांग्रेस

हम राम मंदिर के पक्ष में, अब नहीं होगी मंदिर के नाम पर राजनीति - कांग्रेस

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-09 07:38 GMT
हम राम मंदिर के पक्ष में, अब नहीं होगी मंदिर के नाम पर राजनीति - कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस फैसला का स्वागत किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है। हम राम मंदिर के निर्मण के पक्ष में हैं। इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए। 

पत्रकारों के सवाल पर क्या राम मंदिर अयोध्या में बनना चाहिए। इस पर सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ चुका है। स्वाभाविक तौर पर आपके सवाल का जवाब हां में है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण की पक्षधर है। 

 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर फैसला का स्वागत किया है। लिखा है कि, कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करती है। हम सभी संबंधित पक्षों व सभी समुदायों से निवेदन करते है कि भारत के संविधान में स्थापित सर्वधर्म समभाव तथा भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें। हर भारतीय की जिम्मेदार है कि हम सब देश की सदियों पुरानी परस्पर सम्मान और एकता की संस्कृति व परंपरा को जीवंत रखें। 

 

कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव  बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का  है।

 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि,अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री  और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभी से अयोध्या भूमि विवाद मामले पर आए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को पूरी गंभीरता और धैर्य से स्वीकारने की अपील की है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद सिंधिया ने ट्वीट किया, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं। सभी को इस फैसले को पूरी गंभीरता और धैर्य से स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, हम सब की जिम्मेदारी है कि इस फैसले के बाद आपसी सौहाद्र्र, भाईचारे और अमन चैन की नींव पर मजबूती से खड़े हमारे देश में शांति और सद्भाव कायम रहे। हम सब मिलकर एक-दूसरे का हाथ थामकर प्रेम और परस्पर विश्वास की भावना से देश को आगे बढ़ाएं।

 

महाराष्ट्र कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के प्रश्न पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला संतुलित है। इसे सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। जन्म स्थान पर एक भव्य राम मंदिर बने, यह पूरे देश की आकांक्षा बन गई थी। मस्जिद बनाने के लिए भी एक भूखंड सुनिश्चित करके मुस्लिम समाज का सम्मान अक्षुण्ण रखा गया है। 

 

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