भागलपुर हिंसा : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

भागलपुर हिंसा : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-31 14:56 GMT
भागलपुर हिंसा : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

डिजिटल डेस्क, पटना। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे की अग्रिम जमानत अर्जी कोर्ट ने खारिज कर दी है। अर्जित चौबे पर भागलपुर में हिंसा भड़काने का आरोप है और उनके खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट भी जारी हो चुका है। कोर्ट के इस फैसले के साथ ही अर्जित पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। अरिजीत के साथ ही 9 अन्य लोगों की याचिका भी खारिज की गई है। भागलपुर हिंसा मामले में अर्जित शाश्वत नामजद आरोपी हैं। उन पर रामनवमी तथा भारतीय नववर्ष के मौके पर बिहार के भागलपुर में दो समुदाय के बीच हिंसा भड़काने का आरोप है।

कोर्ट में इस मुद्दे पर करीब एक घंटे तक बहस हुई। बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। अन्य आरोपियों की याचिका पर अगली तारीख में सुनवाई की जाएगी। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बेटे का पक्ष लेते हुए एफआईआर को झूठ का पुलिंदा बताया था। चौबे ने दंगा भड़काने का आरोप राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर मढ दिया है। उन्होंने कहा, ‘हम दंगा भड़काने की आरजेडी और कांग्रेस की मंशा को परास्त करेंगे। षड्यंत्रकारी दंगा चाहते हैं लेकिन कोई भी ऐसा नहीं कर पाया और हमने बिहार को नियंत्रण में रखा है। बिहार सरकार और केंद्र मिलकर राज्य में सौहार्द खराब करने के प्रयासों को हराएंगे।’

गौरतलब है कि 17 मार्च को भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर भागलपुर में एक जुलूस निकाला गया था। इस जुलूस में डीजे पर बज रहे आपत्तिजनक गानों के बाद दो समुदायों में टकराव हो गया। जुलूस का नेतृत्व अरिजित शाश्वत चौबे कर रहे थे तथा बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के लोग इसमें शामिल हुए थे। पुलिस का आरोप है कि इस जुलूस को बिना पुलिस की अनुमति के निकाला गया था। जुलूस के दौरान हुए दंगे में दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे।

इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। इसे लेकर विधानमंडल के अंदर और बाहर जोरदार हंगामा हुआ। जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि अरिजित शाश्वत को सरेंडर करना चाहिए या फिर गिरफ्तारी देनी चाहिए।

अश्विनी चौबे ने अपने बेटे अर्जित सारस्वत पर केस दर्ज किए जाने का बचाव किया है। उन्होंने अपने बेटे को बेकसूर बताया है और एफआईआर को कूड़ा कह दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों ने अर्जित पर झूठा मामला बनाया है।

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