कर्नाटक में बीजेपी की 25 सीटों पर जीत, टूट सकता है कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन

कर्नाटक में बीजेपी की 25 सीटों पर जीत, टूट सकता है कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-23 20:17 GMT
कर्नाटक में बीजेपी की 25 सीटों पर जीत, टूट सकता है कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर प्रचण्ड बहुमत के साथ जीत हासिल की है। इस बार के चुनावों में बीजेपी ने कर्नाटक में भी दमदार प्रदर्शन किया है। कर्नाटक में बीजेपी ने 28 में से 25 सीटों पर जीत हासिल की है। कर्नाटक के इन नतीजों के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में दरार पड़ने की खबरें आ रही है। कयास लगाए जा रहे हैं जेडीएस इस गठबंधन से बाहर निकल सकती है और राज्य में बीजेपी की सरकार बन सकती है।

जेडीएस प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इन नतीजों के बाद शुक्रवार दोपहर 12 बजे कैबिनेट मंत्रियों की बैठक बुलाई गई है। शाम 4 बजे बेंगलुरु में जेडीएस विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है। कुमारस्वामी ने कहा है कि "हार के पीछे के कारणों पर दोनों दलों के नेता एक साथ बैठेंगे और विचार-विमर्श करेंगे।"

चुनाव के यह यह परिणाम विशेष रूप से देवेगौड़ा परिवार के लिए अपमानजनक हैं, क्योंकि पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा टुमकुर में हार गए और उनके पोते निखिल कुमारस्वामी मांड्या में भाजपा समर्थित उम्मीदवार सुमालता अंबरीश से हार गए। अन्य बड़े नेता जिन्हें कर्नाटक में हार का सामना करना पड़ा है उसमें गुलबर्गा से मल्लिकार्जुन खड़गे, चिकबल्लापुर से एम वीरप्पा मोइली, बेंगलुरु साउथ से बीके हरीप्रसाद जैसे नेता शामिल है। बेंगलुरु रूरल से कांग्रेस के डीके सुरेश और हसन से जेडीएस के प्रज्वल रेवन्ना ही ऐसे नेता है जो जीत हासिल करने में कामयाब हो पाए हैं।

एचडी देवगौड़ा ने अपने सीएम बेटे कुमारस्वामी से इस्तीफे के बारे में सोचने के लिए कहा है। हालांकि, कुमारस्वामी ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। कुमारस्वामी ने कहा, वह इस्तीफा नहीं देंगे और इस स्थिति का डटकर मुकाबला करेंगे। कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार से भी बात की जो इस वक्त ऑस्ट्रेलिया में हैं। शिवकुमार ने भी आश्वासन दिया कि गठबंधन ठीक रहेगा।

बता दें कि राज्य विधानसभा में 104 सीटें हासिल करने वाली भाजपा, गठबंधन को तोड़ने की कोशिश कर रही है, जिसे कांग्रेस और जेडीएस के 115 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 78, जेडीएस को 37, बसपा को 1, केपीजेपी को 1 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली थी। बड़ी पार्टी होने के नाते बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी, लेकिन कांग्रेस-जेडीएस के एक साथ आने से वह बहुमत साबित नहीं कर पाए थे। इसके बाद कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन के साथ राज्य में कुमारस्वामी की सरकार बनाई थी।

कर्नाटक की सरकार को गिराने के लिए बीजेपी तीन बार ऑपरेशन लोटस चला चुकी है, लेकिन अब तक उसे कामयाबी हासिल नहीं हो पाई है। हालांकि अब लोकसभा चुनावों में 28 में से 25 सीटें हासिल करने के बाद एक बार फिर बीजेपी इसकी कोशिश करेगी और हो सकता है कि बीजेपी इस बार कामयाबी मिल जाए। 

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