Bois Locker Room: बॉयज लॉकर रूम केस में सनसनीखेज खुलासा, लड़की ने रची थी गैंगरेप की कहानी

Bois Locker Room: बॉयज लॉकर रूम केस में सनसनीखेज खुलासा, लड़की ने रची थी गैंगरेप की कहानी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-11 03:38 GMT
Bois Locker Room: बॉयज लॉकर रूम केस में सनसनीखेज खुलासा, लड़की ने रची थी गैंगरेप की कहानी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉयज लॉकर रूम (Bois Locker Room) मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए स्क्रीनशॉट में गैंगरेप की बात कोई लड़का नहीं, बल्कि एक लड़की कर रही थी। नाबालिग लड़की ने स्नैपचैट पर सिद्धार्थ नाम से एक फर्जी आईडी बनाई थी। जिससे वह दूसरे लड़कों से चैटिंग कर रही थी। 

लड़के को परखने के लिए किया ऐसा
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने लड़की से पूछताछ की है। लड़की का कहना है कि उसने लड़के को परखने के लिए गैंगरेप का जिक्र किया था। वह मनोरंजन के लिए ऐसा कर रही थी। यह बातचीत इंस्टाग्राम पर नहीं स्नैपचैट पर हुई थी। इस मामले में साइबर सेल ने दो नाबालिग को पकड़ा है। 

लड़का भी नाबालिग
पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़की ने लड़को को अपने गैंगरेप की प्लानिंग बताई थी। जिस लड़के को मैसेज भेजे, वह भी नाबालिग है। उसने "सिद्धार्थ" के प्लान में हिस्सा लेना से इनकार कर बातचीत बंद कर दी। उस लड़के ने चैट का स्क्रीनशॉट अपने दोस्तों के ग्रुप में भेज दिया। उसके किसी एक फ्रेंड ने स्क्रीनशॉट को इंस्टाग्राम स्टोर पर शेयर कर दिया। जहां से चेट वायरल हो गया। 

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बॉयज लॉकर रूम से वायरल हुआ स्क्रीनशॉट
इंस्टाग्राम पर बॉयज लॉकर रूम ग्रुप पर चैटिंग का स्क्रीनशॉट वारयल हो गया। लोगों को लगा कि यह बातचीत इंस्टाग्राम की है। डीसीपी अन्येश रॉय के अनुसार अबतक बॉयज लॉकर रूम मामले में जुड़े 27 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। बॉयज लॉकर रूम ग्रुप का एडमिन नोएडा के स्कूल का 12वीं का छात्र है। जिसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ग्रुप बनाया। इस गैंग में अधिकाश 10वीं-12वीं कक्षा के छात्राओं के शामिल होने या फंसे होने की पुष्टि हुई है। 

हाईकोर्ट में याचिका दायर
ग्रुप बॉयज लॉकर रूम मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जांच कराने का निर्देश देने की मांग की गई। देव आशीष दुबे द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि इस मामले में सीबीआई या एसआईटी जांच की जरूरत है, क्योंकि इस घटना में शामिल छात्र रसूखदार परिवारों से ताल्लुक रखते हैं और स्थानीय पुलिस द्वारा जांच में बाधा डाल सकते हैं।

 

 

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