बुराड़ी सुसाइड : 22 दिन बाद परिवार के कुत्ते की भी मौत, रहस्य बरकरार

बुराड़ी सुसाइड : 22 दिन बाद परिवार के कुत्ते की भी मौत, रहस्य बरकरार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-23 04:35 GMT
बुराड़ी सुसाइड : 22 दिन बाद परिवार के कुत्ते की भी मौत, रहस्य बरकरार
हाईलाइट
  • बुराड़ी में रहने वाले भाटिया परिवार के सभी 11 सदस्यों ने इसी महीने की पहली तारीख को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
  • मामले में जांच के बाद यह कहा जा रहा है कि पूरे परिवार ने अंधविश्वास के चलते ही मौत को गले लगाया।
  • हादसे के 22 दिनों बाद परिवार के कुत्ते की भी मौत हो गयी। परिवार के इस कुत्ते की मौत से मामला और भी रहस्यमयी हो गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी के बुराड़ी इलाके में रहने वाले भाटिया परिवार के सभी 11 सदस्यों ने इसी महीने की पहली तारीख को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में जांच के बाद यह कहा जा रहा है कि पूरे परिवार ने अंधविश्वास के चलते ही मौत को गले लगाया। आसपास रहने वाले लोग अब तक इस हादसे की दहशत से उबर नहीं पाए थे कि हादसे के 22 दिनों बाद परिवार के कुत्ते की भी मौत हो गयी। परिवार के इस कुत्ते की मौत से मामला और भी रहस्यमयी हो गया है।

डॉग शेल्टर होम में रहता था कुत्ता
बुराड़ी में परिवार के सभी सदस्यों की मौत के बाद उनका कुत्ता ज़िंदा बच गया था और उसे डॉग शेल्टर होम में रखा गया था, लेकिन हैरीनी वाली बात है कि घटना के 22 दिन बाद रविवार शाम कुत्ते की भी मौत हो गई। सोमवार को उसका पोस्टमार्टम किया जाना है, जिससे मौत के कारणों का खुलासा हो सके।

 


परिवार की मौत के समय नही भौंका था कुत्ता
बुराड़ी सामूहिक आत्महत्या मामले के बाद यह सवाल उठ रहे थे कि परिवार वाले जब फांसी पर लटके तब वहां मौजूद उनका पालतु कुत्ता भौंका क्यों नहीं? इस सवाल पर हाउस फॉर एनिमल्स के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया कि घटना के करीब 24 घंटे पहले से इस कुत्ते को खाना नहीं दिया गया था। उन्होंने यह भी संभावना जताई है कि शायद परिवारवालों ने कुत्ते को घटना से पहले नींद की गोलियां दी हों।

घटना के बाद एग्रेसिव हो गया था कुत्ता
पूरे परिवार की मौत के बाद यह कुत्ता हाउस फॉर एनिमल्स में रहता था। यहां के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया कि परिवार के जाने के बाद पुलिसवाले कई बार कुत्ते को अपने साथ ले जाने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन कुत्ता पांच फीट की दूरी तक उन्हें अपने पास आने नहीं देता था। उन्होंने बताया कि कुत्ते को घटना के बाद लाना काफी कठिन था। उस दौरान वो बहुत एग्रेसिव था। हमारी टीम को उसपर काबू कर पाने में करीब 45 मिनट का वक्त लगा था।

 


कुत्ते को था 108 डिग्री बुखार
महापात्रा ने यह भी बताया कि घटना वाले दिन कुत्ते को 24 घंटों से खाना नहीं मिला था और पूरी घटना उसकी आंखों के सामने हुई थी, जिसके कारण वो डिप्रेशन में चला गया। संजय ने बताया कि जब वो उनके पास पहुंचा तो उसे 108 डिग्री बुखार था। उसके लीवर में भी इन्फेक्शन था और प्लेटलेट्स भी काफी कम थे।

कुत्ते की मौत भी सवालों के घेरे में
11 लोगों की मौत की दहशत अभी कम भी नही हुई थी कि इस मामले में परिवार के पालतु कुत्ते की मौत से एक और मोड़ आ गया। अब कुत्ते की मौत को भी हादसे से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे की कई सवाल खड़े हो रहे है। पहले ही रहस्य बना 11 लोगों की मौत का मामला इस कुत्ते की मौत के बाद और भी गहरा गया है।

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