नागरिकता (संशोधन) बिल: PM मोदी बोले, कुछ दल बोल रहे हैं पाकिस्तान की भाषा

नागरिकता (संशोधन) बिल: PM मोदी बोले, कुछ दल बोल रहे हैं पाकिस्तान की भाषा

Manmohan Prajapati
Update: 2019-12-11 05:26 GMT
नागरिकता (संशोधन) बिल: PM मोदी बोले, कुछ दल बोल रहे हैं पाकिस्तान की भाषा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के प्रस्तावित संशोधन से लोकसभा से पारित होने के बाद मोदी सरकार आज नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को राज्यसभा में पेश करेगी। हालांकि इससे पहले ही कई राज्यों में इस बिल का विरोध देखा जा रहा है। कई विपक्षी दलों ने तो इसका विरोध किया ही है, पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने भी इस बिल पर अपना विरोध जताया है। ऐसे में पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोला है।

वहीं भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नागरिकता विधेयक पर कुछ दल पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। इसके जरिए लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव आएगा। संसदीय कार्यमंत्री ने बैठक के बाद बताया कि पीएम मोदी ने इस विधेयक को ऐतिहासिक कहा है।

इमरान ने जताया विरोध
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा में पास हुए नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट कर दी, जिसमें लिखा कि, भारत की लोकसभा द्वारा जो नागरिकता बिल पास किया गया है, उसका हम विरोध करते हैं। ये कानून पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय समझौते और मानवाधिकार कानून का उल्लंघन करता है। ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिंदू राष्ट्र का एजेंडा है जिसे अब मोदी सरकार लागू कर रही है।’

हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान ने इस बिल का विरोध किया हो, इससे भी पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इस बिल का विरोध किया गया था। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि ये बिल दोनों देशों के बीच तमाम द्विपक्षीय समझौतों का पूरी तरह से उल्लंघन है और खासतौर पर अल्पसंख्यकों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए चिंताजनक है।

विपक्षी दलों ने किया विरोध
आपको बता दें कि सामेवार को लोकसभा में यह बिल भारी हंगामे और विपक्षी दलों के विरोध के बीच इस दौरान विपक्षी दलों इस बिल का विरोध किया। वहीं सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी बात के आखिर में नागरिकता संशोधन बिल की कॉपी को फाड़ दिया था।

लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने नागरिकता संशोधन विधेयक को असंवैधानिक और अनैतिक बताया था। तृणमूल कांग्रेस के अभिजीत बनर्जी ने इस बिल का घेर विरोध किया है। साथ ही बसपा के अफजाल अंसारी ने भी विधेयक को संविधान के प्रतिकूल बताया। इसके अलावा कई विपक्षी दलों ने मंगलवार को भी इस बिल के विरोध में प्रतिक्रियाएं दीं।

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