बूचड़खानों पर कार्रवाई नहीं करते तो यूपी में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग होती - योगी आदित्यनाथ
बूचड़खानों पर कार्रवाई नहीं करते तो यूपी में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग होती - योगी आदित्यनाथ
- मॉब लिंचिंग के मामले में उत्तरप्रदेश को बताया सुरक्षित।
- मॉब लिंचिंग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया बयान।
- सीएम योगी ने कहा कि हमनें बूचड़खानों पर सही समय में कार्रवाई की
- नहीं तो यूपी सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग का शिकार होता।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। देश में तेजी से बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश राज्य को इस तरह की घटनाओं से सुरक्षित बताया है। एक इंटरव्यू के दौरान सीएम योगी ने कहा है कि अगर हमने बूचड़खानों पर कार्रवाई नहीं की होती तो आज राज्य में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग के मामले देखने को मिलते। हमें खुशी है कि उत्तरप्रदेश में इस तरह की घटनाएं समाने नहीं आ रही है।
सीएम योगी ने कहा कि अगर हम यूपी में अवैध बूचड़खाने बंद नहीं करते, तो यूपी में भीड़ की हिंसा के सबसे ज्यादा मामले होते। उन्होंने अन्य सभी राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही। सीएम योगी ने कहा कि सभी लोगों को एक दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। योगी ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि मॉब लिंचिंग की सबसे दुखद घटना 1984 में दिल्ली की सड़कों पर हुई थी।
बीते एक दिन पहले सीएम योगी ने बयान देते हुए कहा था कि इस तरह के मामलों को बेवजह तूल दिया जा रहा है। कांग्रेस की मंशा छोटे मुद्दों को बड़ा बनाकर पेश करने की है, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाएगी। सीएम योगी ने राजस्थान के बीजेपी नेता जसवंत के बयान को दोहराते हुए कहा कि देश में सबको एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि "हम हर किसी को सुरक्षा देंगे, लेकिन यह हर व्यक्ति, हर समुदाय और हर धर्म की जिम्मेदारी है कि वह एक-दूसरे का सम्मान करें। इंसान महत्वपूर्ण हैं, लेकिन गाय भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। प्रकृति में दोनों को अपना-अपना महत्व है, दोनों की रक्षा की जानी चाहिए।"