देश के इस हिस्से को अपना बता रहा था चीन, गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान ने कर दिए हौसले पस्त

भारत-चीन सीमा विवाद देश के इस हिस्से को अपना बता रहा था चीन, गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान ने कर दिए हौसले पस्त

Dablu Kumar
Update: 2023-04-11 14:09 GMT
देश के इस हिस्से को अपना बता रहा था चीन, गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान ने कर दिए हौसले पस्त

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के गृहमंत्री अमित शाह इन दिनों अरुणाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर है। जिससे चीन बौखलाया हुआ है। अपने दौरे के दौरान अमित शाह लगातार भारत-चीन सीमा से लगे गांवों का जायजा ले रहे हैं। कल यानी सोमवार को अमित शाह ने किबिथू गांव में वाइब्रेट विलेजेज प्रोग्राम (वीवीपी) की शुरूआत की थी। यहां एक कार्यक्रम में अमित शाह ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारत में सुई की नोक के बराबर जमीन पर अतिक्रमण नहीं किया जा सकता है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह बयान ऐसे वक्त में आया जब उनके दौरे से चीन तिलमिलाया हुआ है। 

गौरतलब है कि, चीन ने अमित शाह के दौरे का विरोध करते हुए कहा कि इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया है। साथ ही चीन ने खुलेतौर पर धमकी दी है कि अमित शाह का यह दौरा दोनों देशों की शांति के लिए खतरा हो सकता है। इसके अलावा चीन ने गीदड़-भभकी देते हुए कहा कि यह दौरा दोनों देशों की वस्तुस्थिति को भी बिगाड़ सकता है। हालांकि अभी तक चीन के इस बयान पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। 

अमित शाह ने कही ये बातें

चीन के आपत्ति जताने पर गृहमंत्री अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा कि अब वह जमाना चला गया है जब कोई भी भारत की सीमा पर अतिक्रमण कर सकता था। लेकिन अब कोई भी सुई की नोक जितनी जमीन पर अतिक्रमण नहीं कर सकता है। कोई हमारी सीमा पर आंख उठाकर नहीं देख सकता है क्योंकि वहां हमारी सेना और आईटीबीपी के जवान जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं। हमारी नीति पहले से स्पष्ट है और हम सभी के साथ शांति से रहने का प्रयास करते हैं। हम अपनी जमीन के एक इंच पर भी कब्जा नहीं होने देंगे। 

बौखलाए चीन ने दी चेतावनी

दरअसल, गृहमंत्री शाह के दौरे की खबर मिलते ही बीजिंग में चीनी मंत्रालय के प्रवक्ता ने दावा करते हुए अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा बताया। साथ ही चीन ने कहा कि अरुणाचल में भारत के अधिकारी और नेता वहां पर दौरा करके उसकी संप्रभुता का उल्लंघन कर रहे हैं। चीन ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि अमित शाह का सीमावर्ती इलाकों में दौरा दोनों देशों के बीच अनुकूलन की स्थिति पैदा करेगा। हम (चीन) उनके (अमित शाह) के इस दौरे के सख्त खिलाफ हैं। 

जानें भारत-चीन सीमा विवाद

भारत-चीन के बीच अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों को लेकर कई वजहों से विवाद खड़ा है। चीन अपनी विस्तारवादी नीति के चलते बाज नहीं आ रहा है। चीन कई वर्षों से अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करते आया है। इसके अलावा अक्साई चीन क्षेत्र में भारत और चीन के बीच आमने-सामने की स्थिति बनी हुई है। दोनों देशों के बीच अक्साई चीन को लेकर भी सीमा विवाद बना हुआ है। यही नहीं चीन हमारे संरक्षित राज्य भूटान को अपना हिस्सा बता रहा है।

ऐसा नहीं है कि चीन का सीमा विवाद केवल भारत के साथ है। वह अपनी भौगोलिक सीमा में आने-वाले लगभग हर पड़ोसी देश की जमीनों को अपना हिस्सा बताते आया है। इसे लेकर उसका हर पड़ोसी देश के साथ सीमा विवाद बना रहता है। चीन-ताइवान सीमा विवाद इसका स्पष्ट उदाहरण है। 


 

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